Jammu Kashmir: जोजिला में जल्द शुरू होगा सुरंग का निर्माण कार्य : गडकरी
जोजिला दर्रे में सुरंग बनने से लद्दाख सारा साल देश के अन्य भागों से जुड़ा रहेगा। इससे लद्दाख में आर्थिक-सामाजिक और पर्यटन गतिविधियां जोर पकड़ेंगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं एमएसएमई मंत्री नीतिन गडकरी ने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सड़कों के एक मजबूत नेटवर्क की बहाली का यकीन दिलाते हुए कहा कि 60 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला में आठ हजार करोड़ की लागत वाली सुरंग का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होगा। जम्मू-श्रीनगर हाईवे को पूरा करने में आ रही दिक्कतों को दूर करते हुए काम की गति को बढ़ाया गया है।
कोविड-19 के लॉकडाउन से पैदा हालात पर दैनिक जागरण की ओर से आयोजित एक वेबिनार में भाग लेते हुए गडकरी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सड़क और हाईवे से जुड़ी 60 हजार करोड़ की रुपये मूल्य की परियोजनाओं के काम हमने आबंटित किए हैं। हमसे पूर्व जम्मू कश्मीर में कभी इतना काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कई बार ठेकेदार काम छोड़कर चले जाते हैं, कभी वह समय पर काम नहीं करते। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर कई जगह भूस्खलन भी हो रहा है, जिससे काम प्रभावित होता है। कई बार जमीन नहीं मिलती, कई बार पर्यावरण संबंधी दिक्कतें होती हैं। इसके बावजूद इसे जल्द पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर चिनैनी-नाशरी सुरंग का निर्माण किया गया है। इसी हाईवे पर एक और सुरंग बनाई जा रही है, जिससे जम्मू-श्रीनगर की दूरी और कम होगी। हम दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा तक के लिए एक्सप्रेस-वे भी बना रहे हैं। यह आगे जाकर श्रीनगर से जुड़ेगा। इससे पूरे क्षेत्र का समग्र विकास होगा। हाईवे के आसपास के इलाकों को भी विकसित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में उद्योग एवं व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
जम्मू कश्मीर-लद्दाख के बीच सदाबहार सड़क संपर्क रहेगा : श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला दर्रे में समुद्रतल से करीब 11586 फुट की ऊंचाई पर सुरंग निर्माण की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर आठ हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश को केंद्र शासित लद्दाख प्रदेश के साथ जोड़ते हुए एक सदाबहार सड़क संपर्क उपलब्ध कराएगी। इस परियोजना के लिए पहले जिस कंपनी को ठेका दिया गया था, वह रद किया गया है। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि जोजिला दर्रा सर्दियों में हिमपात के कारण बंद रहता है और इसके साथ ही लद्दाख का देश के अन्य भागों से सड़क संपर्क कट जाता है। जोजिला दर्रे में सुरंग बनने से लद्दाख सारा साल देश के अन्य भागों से जुड़ा रहेगा। इससे लद्दाख में आर्थिक-सामाजिक और पर्यटन गतिविधियां जोर पकड़ेंगी।
हमें स्वदेशी को अपनाना होगा : गडकरी ने कोविड-19 से उपजे हालात का जिक्र करते हुए कहा कि इससे हर वर्ग और हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। यह पूरे विश्व पर एक संकट है। लॉकडाउन के अपने कई दुष्परिणाम हैं। इसके कारण लोगों में असंतोष है, नाराजगी है। मैंने पांच करोड़ लोगों से लॉकडाउन के दौरान मुलाकात की है, उन तक पहुंचा हूं। मैंने लोगों में नकारात्मकता और हताशा को महसूस किया है। इससे नुकसान हुआ है, लेकिन इसने नयी संभावनाओं और अवसरों को भी जन्म दिया है। हमें उनका लाभ लेना चाहिए। हमें कोविड-19 के साथ जीने की पद्वति अपनानी होगी। एमएसएमई सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। एमएसएमई हमारी जीडीपी में 29 प्रतिशत का योगदान करता है। करीब 11 हजार करोड़ रोजगार इसी सेक्टर में है। हमारा 40 प्रतिशत निर्यात एमएसएमई सेक्टर पर आधारित है। अब एमएसएमई को नए क्षेत्रों में अपने लिए संभावनाएं तलाशनी चाहिए। इसमें एग्रो एमएसएमई महत्वपूर्ण है। हमें स्वदेशी को अपनाना होगा। हमें उद्योगों के विकेंद्रीयकरण पर जोर देना होगा। उद्योग और व्यापार जगत की गतिविधियों के लिए माहौल को अनुकूल बनाना होगा।