J&K: कश्मीर में चार और आत्मघाती आतंकियों का दस्ता, जैश ने आदिल सहित पांच स्थानीय लड़कों को किया था तैयार
इन स्थानीय आतंकियों को करीब तीन माह तक गाजी रशीद, उमैर और कामरान के अलावा एक अन्य जैश कमांडर ने ट्रेनिंग दी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर के पांच लड़कों का दस्ता तैयार किया था। आत्मघाती आदिल अहमद डार इसी दस्ते का हिस्सा था। अन्य चार स्थानीय आत्मघाती फिलहाल कश्मीर में छिपे हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने चारों की तलाश में विशेष अभियान चला रखा है। कहा जा रहा है कि इन चारों को दो-दो के गुट में जैश ने अपने किसी सुरक्षित स्थान (सेफ हाउस) में रखा हुआ है।
संबंधित अधिकारियों के अनुसार, जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक आदिल अकेला स्थानीय आत्मघाती आतंकी नहीं था। उस जैसे चार और स्थानीय लड़के हैं, जिन्हें कश्मीर में दो वषों से सक्रिय जैश के पाकिस्तानी आतंकियों ने आत्मघाती बनने के लिए तैयार किया है। इन स्थानीय आतंकियों को करीब तीन माह तक गाजी रशीद, उमैर और कामरान के अलावा एक अन्य जैश कमांडर ने ट्रेनिंग दी है। गाजी गत वर्ष अक्टूबर के अंतिम सप्ताह के दौरान कश्मीर में दाखिल हुआ है। उसकी उपस्थिति की पहली पुष्टि दिसंबर 2018 के दौरान उस समय हुई जब दक्षिण कश्मीर के जंगलों में स्थानीय आतंकियों को पाकिस्तानी आतंकी कमांडरों द्वारा ट्रेनिंग देने की सूचना आई थी। सुरक्षाबलों ने उस समय स्थानीय आतंकियों के लिए ट्रेनिंग कैंप की सूचना को नकार दिया था।
फैयाज और मुदस्सर सहित दो की तलाश
जैश द्वारा तैयार पांच स्थानीय आत्मघाती आतंकियों के दस्ते के शेष चार सदस्यों में फैयाज और मुदस्सर नामक दो आतंकियों के नाम लिए जा रहे हैं। बताया जाता है कि जिस तरह से आदिल की गत दिसंबर के बाद से कोई सूचना नहीं मिल रही थी, उसी तरह से फैयाज व मुदस्सर के बारे में कोई दूसरी जानकारी नहीं मिली। इनके साथ आत्मघाती हमले के लिए तैयार अन्य दो का कोई ब्योरा भी नहीं मिल रहा है। सुरक्षा ऐजेसिंया शिद्दत से इनकी तलाश में लग गई हैं।
डेढ़ माह पहले तैयार हुआ था आदिल का वीडियो
हमले की जांच में जुटे अधिकारियों ने आत्मघाती हमलावर आदिल उर्फ वकास कमांडो के वीडियो के प्रारंभिक आकलन में पाया है, कि वीडियो करीब डेढ़ माह पहले तैयार किया गया। वीडियो में आती आवाज और उसके होठों के बीच भी पर्याप्त तालमेल नहीं है। वीडियो में नजर आती उसकी बॉडी लैंग्वेज भी बताती है कि वह हमले के लिए मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार नहीं था। फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां पता लगा रही हैं कि यह वीडियो कश्मीर में किस जगह शूट हुआ है। सबसे पहले सोशल मीडिया पर कहां से वायरल हुआ है।
अलर्ट कैसे हुआ फेल, जांच शुरू
पुलवामा हमले से पूर्व जिन पुख्ता सूचनाओं पर अलर्ट जारी किया गया था, जांच एजेंसियों ने उसका आकलन भी शुरू कर दिया है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह के दौरान खुफिया एजेंसियों ने पहली बार किसी आत्मघाती हमले की आशंका जताई थी। उस समय जैश के आतंकी कमांडरों की पुलवामा जिले के नेवा इलाके में हुई बैठक में पांच स्थानीय आतंकियों को किसी बड़े हमले के लिए तैयार किए जाने की सूचना थी। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक आदिल इन्हीं पांच आतंकियों में एक था, जिसकी दिसंबर से कोई सूचना नहीं मिल रही थी।