Kishtwar Terror Attack: बड़ा खुलासा: चंद्रकांत शर्मा की हत्या में शामिल थे चार आतंकी
चंद्रकांत शर्मा की हत्या में शामिल आतंकियों में किश्तवाड़ के माड़वा का रहने वाला ओसामा बिन जावेद व डोडा का रहने वाला हरुण वानी भी शामिल है।
किश्तवाड़, बलवीर सिंह जम्वाल। आरएसएस के प्रांत सह सेवा प्रमुख चंद्रकांत शर्मा की हत्या में शामिल चार आतंकियों के नाम सामने आए हैं। खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि ये चारों आतंकी अभी भी किश्तवाड़ व आसपास के इलाके में छिपे हुए हैं और कोई वारदात की फिराक में हैं। हालांकि पुलिस अधिकारी इसपर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं, लेकिन खुफिया एजेंसियों की इस सूचना के बाद आतंकियों को पकडऩे के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि चंद्रकांत शर्मा की हत्या में शामिल आतंकियों में किश्तवाड़ के माड़वा का रहने वाला ओसामा बिन जावेद व डोडा का रहने वाला हरुण वानी भी शामिल है। हरुण वानी एमबीए करने के बाद छह महीने पहले ही आतंकी बनने के लिए घर से भाग गया था। तीसरा आतंकी जाहिद हुसैन है, जो चंद्रकांत शर्मा की हत्या के समय ही आतंकी बना था। हमले में शामिल उसकी अल्टो कार भी पुलिस ने बरामद कर ली थी। चौथा आतंकी शोपियां का रहने वाला पूर्व पुलिस कांस्टेबल नवेद मुश्ताक शाह है।
यह भी दावा किया जा रहा है कि चारों आतंकी अभी भी किश्तवाड़ में ही हैं और इन्हें बौंजवार और परिबाग इलाके में देखा गया है। सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों को यह भी बताया है कि चारों आतंकी हथियार छीनने की घटनाओं सहित कुछ और राजनीतिक व धार्मिक संगठनों के लोगों को निशाना बना सकते हैं। इनमें से दो को हाल ही में माडवा इलाके में भी एके-47 राइफल के साथ देखा गया है।
बता दें कि आतंकियों ने पहले एक नवंबर 2018 को परिहार बंधुओं और 9 अप्रैल 2019 को आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। परिहार बंधुओं की हत्या हुए छह महीने बीत गए और चंद्रकांत की हत्या को भी 15 दिन से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन अभी तक किसी हत्यारे आतंकी को पकड़ा नहीं जा सका है।
किश्तवाड़ शहर में रात के कर्फ्यू में तीन घंटे ढील
आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा की हत्या के बाद से किश्तवाड़ शहर में रात का कफ्यरू अभी भी जारी है, लेकिन लोगों को राहत देते हुए इसमें तीन घंटे की ढील दी गई है। नौ अप्रैल को आतंकी हमले के बाद हालात को देखते हुए प्रशासन ने शहर में कफ्यरू लगाया था, जो 15 अप्रैल तक लगातार जारी रहा। इसके बाद 16 अप्रैल से दिन का कफ्यरू हटा दिया गया, क्योंकि 18 अप्रैल को लोकसभा चुनाव थे, लेकिन मतदान के बाद भी रात आठ बजे से सुबह पांच बजे तक कफ्यरू में कोई ढील नहीं दी गई। वीरवार को हालात की समीक्षा के बाद किश्तवाड़ के डीसी अंग्रेज सिंह राणा ने रात के कफ्यरू में थोड़ी और छूट दी। उन्होंने कहा कि अब रात का कफ्यरू 10 बजे से सुबह चार बजे तक जारी रहेगा। दिन के समय धारा 144 लगी रहेगी।