Jammu Kashmir: प्रभावी कोविड प्रबंधन के लिए 5 सदस्यीय संकट प्रबंधन ग्रुप का गठन, अस्पतालों में ऑक्सीजन का आडिट करेगा
जम्मू कश्मीर में प्रभावी कोविड-19 प्रबंधन के लिए 5 सदस्यीय संकट प्रबंधन ग्रुप का गठन किया गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ऑक्सीजन की सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए हर अस्पताल में ऑक्सीजन का ऑडिट करने के निर्देश भी दिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू कश्मीर में प्रभावी कोविड-19 प्रबंधन के लिए 5 सदस्यीय संकट प्रबंधन ग्रुप का गठन किया गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ऑक्सीजन की सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए हर अस्पताल में ऑक्सीजन का ऑडिट करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जरूरत के अनुसार माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाने पर भी बल दिया।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर में कोरोना से उपजे हालात का जायजा लेने के लिए उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की। इसमें उन्होंने जिला आधार पर कोरोना की स्थिति का जायजा लिया और उसके बाद जम्मू कश्मीर के 4 जिलों श्रीनगर, बारामुला, बड़गाम और जम्मू में कोरोना कर्फ्यू 6 मई सुबह सात बजे तक बढ़ाए जाने का फैसला किया। वहीं जम्मू कश्मीर के सभी 20 जिलों में रात 8:00 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा। सोमवार सुबह 7 बजे तक पूरे जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन लागू है।
उपराज्यपाल ने ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारू बनाने के लिए हर अस्पताल में ऑक्सीजन ऑडिट करवाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि वह ऑक्सीजन का सही उपयोग करने पर ध्यान दें। मरीजों की सेवाओं के लिए 108 एंबुलेंस सर्विस को प्रभावी बनाने और ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ बेड की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में उपराज्यपाल ने प्रशासनिक अध्यक्षों, डिविजनल कमिश्नर कश्मीर और जम्मू, स्वास्थ्य और पुलिस अधिकारियों से फीड बैक लिया और कोरोना पर काबू पाने के लिए उनके सुझाव लिए। विभिन्न विभागों के बीच तालमेल कायम करने पर जोर देते हुए उपराज्यपाल ने 5 सदस्यीय संकट प्रबंधन ग्रुप का गठन किया जिसमें मुख्य सचिव, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त, वित्त विभाग के वित्तीय आयुक्त, गृह सचिव और लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को शामिल किया गया है।
उपराज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि लॉकडाउन के बीच वैक्सीन का अभियान रुकना नहीं चाहिए। बैठक में फैसला किया गया कि वैक्सीन के लिए अलग आयु ग्रुपों के लिए अलग अलग जगह बनाई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सेना से तालमेल कायम करने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल डुल्लु ने कहा कि 18 से 45 साल की आयु के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए डोज खरीदी गई है और यह अभियान पहली मई को शुरू कर दिया गया।