फ्लोरिकल्चर विभाग के कर्मचारी सुरेश ने कहा-होश उड़ गए जब सामने देखा तेंदुआ
पार्क में आठ दस लोग काम करते हैं और जिसकाे जहां जगह मिली छिप गया। कुछ मालियों ने पार्क के बाहर की ओर भागे। लेकिन माली हट में बैठे मदन लाल को जब पता चला तो उसने अपने अपने को वहीं बंद कर लिया।
जम्मू, जागरण संवाददाता: गांधीनगर स्थित फ्लोरिकल्चर विभाग के पार्क नंबर दो-तीन में कार्यरत सुरेश कुमार के उस समय हो उड़ गए जब उनका सामना एकदम तेंदुए से हो गया। कभी सपने में भी नही सोचा था कि इस कदर तेंदुआ दिख जाएगा।
सुरेश कुमार आरएस पुरा में रहते हैं और रोज जम्मू डयूटी पर आते है। फ्लोरिकल्चर विभाग में वह केजुअल लेबर है। मंगलवार सुबह जब वह पार्क नंबर दो-तीन में पहुंचे तो उनको माली हट के पास बने शेड से सामान लाने के लिए कहा गया। जैसे ही वह शेड से सामान उठाने के लिए आगे बढ़े तो देखा कि तेंदुआ बैठा हुआ है। यह देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई और टांगे कंपकंपाने लगी।
वह महज दस फुट की दूरी पर था। उस समय सुरेश का दिमाग सुन ही हो गया। ऐसे लगा कि आज नही बच पाएंगे। उन्होंने पहले कभी तेंदुआ नही देखा । गनीमत है कि तेंदुए ने हमला नही बोला। सुरेश ने हिम्मत कर अपने पैर पीछे खींचे और उल्टे पांव भागकर शोर मचा दिया।
पार्क में आठ दस लोग काम करते हैं और जिसकाे जहां जगह मिली छिप गया। कुछ मालियों ने पार्क के बाहर की ओर भागे। लेकिन माली हट में बैठे मदन लाल को जब पता चला तो उसने अपने अपने को वहीं बंद कर लिया। उससे महज चार पांच फुट की दूरी पर ही तेंदुआ आराम फरमा रहा था।
सुरेश कुमार ने बताया कि आज मौत से ही मुलाकात सी हो गई। यह लम्हा वह जीवन भर भूल नही पाएंगे। फ्लोरिकल्चर विभाग के कई कर्मचारियों ने भी दूर से तेंदुआ देखा। अमरजीत ने बताया कि उन्होंने तेंदुए को ग्रीन हाऊस के पास बैठे हुए पाया। यहां कार्यरत माली, सहायक सब दहशत में है।