Kashmir Weather: वैष्णो देवी भवन पर पहला हिमपात, जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद, हिमस्खलन व भूस्खलन की आशंका ऑरेंज अलर्ट जारी
Kashmir Weatherश्रीनगर में हवाई सेवा सातवें दिन भी ठप रही मुगल रोड और श्रीनगर-लेह राजमार्ग दूसरे दिन भी बंद ऊपरी इलाकों में हिमस्खलन और भूस्खलन की आशंका।
श्रीनगर/जम्मू, जागरण न्यूज नेटवर्क। जम्मू कश्मीर में बिगड़े मौसम के मिजाज वीरवार को और तीखे हो गए। माता वैष्णो देवी के भवन पर देर शाम मौसम का पहला हिमपात हुआ। त्रिकुटा पर्वत पर डेढ़ फीट, भैरव घाटी में आधा फीट, भवन पर पांच इंच व सांझीछत पर तीन से चार इंच बर्फ रिकॉर्ड की गई। देर रात तक बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा और यात्रा सुचारू रूप से चलती रही। हिमपात से देशभर से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के चेहरे खिल गए। वहीं पत्नीटॉप और नत्थाटॉप में भी खूब बर्फबारी हुई।
गुलमर्ग समेत राज्य के सभी ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और श्रीनगर व जम्मू सहित सभी निचले क्षेत्रों में दिनभर बारिश का सिलसिला जारी रहा। इससे पूरा राज्य कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। इस बीच, जवाहर टनल के पास बर्फबारी होने से 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर हाईवे को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। जम्मू से श्रीनगर आने-जाने वाले वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है।
हालांकि सुबह हाईवे श्रीनगर से जम्मू के लिए एकतरफा खुला हुआ था। वहीं कश्मीर को पुंछ व राजौरी से जम्मू संभाग को जोडऩे वाला मुगल रोड़ और श्रीनगर-लेह हाईवे यातायात के लिए दूसरे दिन भी बंद रहा। धुंध के कारण लगातार सातवें दिन भी श्रीनगर हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद रहीं। इससे कश्मीर का सड़क व हवाई संपर्क देश-दुनिया से पूरी तरह कट गया है।
इस बीच, मौसम विभाग ने भी राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के ऊपरी इलाकों में हिमस्खलन और रामबन समेत अन्य निचले क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन हो सकता है। इसके लिए तैयार रहें। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी राज्य के अधिकांश इलाकों में बर्फबारी व बारिश की संभावना जताई है।
कहां कितनी बर्फबारी :
गुलमर्ग में पांच इंच ताजा बर्फ रिकॉर्ड की गई। सोनमर्ग में 11 इंच, जोजिला दर्रे के निकट एक फीट तथा साधनाटॉप के निकट भी एक फीट ताजा बर्फ रिकॉर्ड की गई। इधर, जम्मू संभाग में कठुआ जिले के बनी और किश्तवाड़ के ऊपरी पहाड़ों पर भी भारी बर्फबारी हुई। बनी में छह इंच बर्फ रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा मुगल रोड पर बर्फ की परत और मोटी हो गई है।
कहां कितना तापमान :
बर्फबारी व बारिश से अधिकतम तापमान में और ज्यादा गिरावट आ गई, जबकि न्यूनतम तापमान में थोड़ी सी बेहतरी आई है। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 5.9 व न्यूनतम शून्य से नीचे माइनस 0.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 5.2, पहलगाम में माइनस 1.3, कुकरनाग में माइनस 1.2, लद्दाख के लेह में न्यूनतम तापमान माइनस 10.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि लद्दाख के द्रास में न्यूनतम तापमान -14.4 डिग्री सेल्सियस तक लुढक गया। जम्मू में बुधवार का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़क गया। जम्मू का अधिकतम तापमान 15.2 और न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जम्मू में 6.2 एमएम बारिश दर्ज की गई। कटड़ा में दोपहर बाद माता वैष्णो देवी के लिए हेलीकाप्टर सेवा प्रभावित रही।
हवाई सेवा ठप :
धुंध के कारण सातवें दिन भी श्रीनगर हवाई अड्डे पर विमानों का आवागमन ठप रहा। हालांकि जम्मू-दिल्ली के बीच हवाई सेवा सुचारू रही। श्रीनगर हवाई अड्डे के निदेशक संतोश डोके ने कहा कि अभी भी रनवे धुंध से लिपटा हुआ है। रोशनी भी विमानों के आवागमन के लिए मुनासिब नहीं है। इसी वजह से वीरवार को भी हमें उड़ानों को रद कर देना पड़ा। डोके ने कहा कि उन्हें इस बात का अहसास है कि एयरपोर्ट बंद रहने से यात्रियों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं, लेकिन हम ऐसी स्थिति में विमानों के आवागमन की अनुमित देकर यात्रियों की जिंदिगयों को खतरे में नही डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि विजिबिलटी में बेहतरी आते ही विमानों का आवागमन बहाल किया जाएगा।
श्रीगनर में आज से छंटने लगेगा कोहरा :
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में श्रीनगर में कोहरा पूरी तरह हट जाएगा। इसका असर शुक्रवार से शुरू हो जाएगा। इसके अलावा मौसम विभाग ने कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थल गुलमर्ग, पहलगाम, टनमर्ग, गुरेज तथा लद्दाख के कई क्षेत्रों हिमस्खलन और जम्मू संभाग के रामबन इलाकों में भूस्खल की आशंका व्यक्त की है। जम्मू कश्मीर में 13 दिसंबर के बाद मौसम साफ हो जाएगा।
बर्फबारी से कई मार्ग बंद :
घाटी के बांडीपोरा जिले के गुरेज और कुपवाड़ा जिले के करनाह और टंगधार में भी भारी बर्फबारी के कारण सड़क मार्ग अवरूद्ध है। प्रशासन कश्मीर घाटी में बर्फ हटाने वाली 154 मशीनों को तैनात किया है।
क्या होता है ऑरेंज अलर्ट :
मौसम जब करवट लेता और इसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है तब मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट जारी करता है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब होता है कि अब आप और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं। ऐसे में आपको अपनी यात्राओं, कामकाज या स्कूली बच्चों के लिए आवागमन के बारे में तैयारी रखने की जरूरत होती है।