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पहाड़ों पर बिछ गई बर्फ की सफेद चादर, वैष्णो देवी के भवन में मौसम का पहला हिमपात

माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत के साथ वैष्णो देवी भवन व भैरो घाटी पर मौसम का पहला हिमपात हुआ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 24 Jan 2018 10:56 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jan 2018 05:05 PM (IST)
पहाड़ों पर बिछ गई बर्फ की सफेद चादर, वैष्णो देवी के भवन में मौसम का पहला हिमपात

श्रीनगर, [जेएनएन] । जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को मौसम का मिजाज बदला और उच्चपर्वतीय इलाकों में हिमपात और निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत के साथ वैष्णो देवी भवन व भैरो घाटी पर मौसम का पहला हिमपात हुआ। जम्मू के पर्यटन स्थल नत्थाटॉप और पत्नीटॉप में भी बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। श्रीनगर में निचले क्षेत्रों में बारिश तो नहीं हुई, लेकिन जम्मू में दिनभर हल्की बारिश से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चौबीस घंटों के दौरान भी ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी व बारिश की संभावना है। माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर शाम तक एक फुट बर्फ जमा हो चुकी है। वहीं, भैरो घाटी में पांच से छह इंच तथा वैष्णो देवी भवन पर तीन से चार इंच बर्फबारी हो चुकी है।

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हालांकि देर शाम को हिमपात रुक गया, लेकिन मौसम के मिजाज को देखकर उम्मीद की जा रही है कि भवन व आसपास के क्षेत्रों में और बर्फ गिर सकती है। हालांकि सोमवार तक मौसम खुशगवार था, लेकिन मंगलवार तड़के भवन व कटड़ा में बारिश शुरू हो गई। इसके बाद भवन पर बर्फबारी होने लगी, जिसका वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भवन तथा भैरो घाटी पहुंचे श्रद्धालुओं ने खूब लुफ्त उठाया। हालांकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बारिश तथा बर्फीली हवाओं का सामना भी करना पड़ा। सुबह करीब दो घंटे ही कटड़ा-सांझीछत के बीच हेलीकॉप्टर सेवा सुचारू रही, लेकिन इसके बाद त्रिकुटा पर्वत पर बर्फबारी के चलते हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित रही।

हालांकि भवन व अ‌र्द्धकुंवारी के बीच चलने वाली बैटरी कार सेवा उपलब्ध रही। मौसम को देखते हुए श्राइन बोर्ड प्रशासन भी सतर्क हो गया है। भवन मार्ग पर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर निगाह रखी जा रही है। वहीं कड़ाके की ठंड को लेकर बोर्ड प्रशासन ने वैष्णो देवी भवन, भैरो घाटी तथा भवन मार्ग पर अंगीठियों की व्यवस्था की है। उधर, कश्मीर में सुबह अफरवट, सोनमर्ग, साधनापास, महागुंस टॉप समेत उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर शाम तक रुक रुककर जारी रहा। श्रीनगर समेत वादी के अधिकांश इलाकों में दिनभर आसमान पर घने बादल छाए रहे और बर्फीली हवाओं ने कड़ाके की ठंड का एहसास करवाया। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 7.3 व न्यूनतम माइनस 3.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पहलगाम में न्यूनतम तापमान माइनस 5.7, गुलमर्ग में माइनस, 5.2, लेह में माइनस 14 व कारगिल में न्यूनतम तापमान माइनस 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गौरतलब है कि वादी में 21 दिसंबर से शुरू हुआ सर्दियों का सबसे कठिन दौर कहलाने वाले 40 दिवसीय चिलेकलां चल रहा है।

मौसम ने करवट बदल बिछाई बर्फ की सफेद चादर

मंगलवार को मौसम ने करवट बदल कर लोकप्रिय पर्यटन स्थल नत्थाटॉप औऱ पत्नीटॉप पर एक बार फिर से बर्फ की सफेद चादर बिछा दी। नत्थाटॉप में बर्फ की परत चार इंच से मोटी बिछ चुकी थी। जबकि पत्नीटॉप में दो इंच हो चुकी थी। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार तड़के से ही नत्थाटॉप में बर्फबारी होने लगी थी। दोपहर को करीब दो इंच मोटी बर्फ की परत बिछ चुकी थी। बर्फ गिरने की जानकारी होते ही पर्यटकों ने नत्थाटॉप का रुख करना शुरु कर दिया। वही सुबह दस बजे के करीब पत्नीटॉप में भी बर्फ गिरना शुरु हो गई, मगर बीच बीच में हो रही बारिश की वजह से वह घुलती जा रही थी। इसके बाद बारिश रुकने के बाद पत्नीटॉप में भी बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। शिवा कॉटेज के संजय के मुताबिक बर्फबारी हो रही है, और रात आठ बजे तक दो इंच के करीब बर्फ गिर चुकी थी। बर्फबारी के बाद पर्यटकों ने पत्नीटॉप का भी रुख किया है। वही बर्फ गिरने से होटल कारोबारी ज्यादा खुश नही है। उनका कहना है कि यही बर्फ यदि कुछ समय पहले गिरती तो टिकती, लेकिन ताजा बर्फ ज्यादा देर तक नही टिकेगी। वही दूसरी तरफ ऊधमपुर जिला के लाटी, डुडु, बसंतगढ़, पंचैरी के उपरी पहाड़ी इलाकों में ताजा भी ताजा हिमपात हुआ है। ऊधमपुर के साथ सटी धार लद्दा की पहाड़ी की चोटी भी बर्फ से ढक गई है। पहाड़ों पर बर्फबारी से वहां पर सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। शीतलहर की वजह से लोग सर्दी से बेहाल हो गई हैं। शीतलहर का प्रकोप मैदानी इलाकों में भी भरपूर प्रभाव दिखा कर सबको कंपकंपा रहा है।


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