ग्यारह दिन बाद मुगल रोड पर फिर दौड़े वाहन
आखिरकार बुधवार को ग्यारह दिन बाद मुगल रोड पर फिर वाहन दौड़ने लगे। छोटे यात्री वाहनों को भी आने-जाने की अनुमति आधिकारिक रूप से दे दी गई है।
जागरण संवाददाता, राजौरी : आखिरकार बुधवार को ग्यारह दिन बाद मुगल रोड पर फिर वाहन दौड़ने लगे। छोटे यात्री वाहनों को भी आने-जाने की अनुमति आधिकारिक रूप से दे दी गई है। मुगल रोड खुलने के पहले ही दिन पर्यटकों को डेरा की गली और पीर की गली इलाके में घूमने जाते देखा गया। यह मार्ग जम्मू को राजौरी व पुंछ होते हुए कश्मीर से सीधे जोड़ता है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के बाद मुगल रोड कश्मीर को जोड़ने वाला दूसरा अहम मार्ग है। दक्षिणी कश्मीर के शोपियां के हीरपोरा और जम्मू संभाग के पुंछ जिले के बफलियाज के बीच के हिस्से की सड़क को मुगल रोड के नाम से जाना जाता है।
दो हफ्ते पहले जम्मू कश्मीर में भारी हिमपात के बाद यह मार्ग बंद हो गया था। पीर की गली में भारी मात्रा में बर्फ गिरी थी। इस मार्ग को खोलने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिग विभाग लगातार काम पर लगा था। मौसम खुलने के बाद गत शनिवार से ही बर्फ हटाने का काम शुरू किया गया था। इसे मंगलवार देर शाम को पूरा कर लिया गया। इसके बाद बुधवार को इसे वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया। मैकेनिकल इंजीनियरिग विभाग के मुगल रोड के सहायक अभियंता तारिक महमूद ने बताया कि मंगलवार को पीर की गली तक बर्फ को हटा दिया गया है। हमने पूरी तरह से बर्फ को हटाकर मार्ग को फिर से प्रशासन के हवाले कर दिया। वहीं, जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात एकतरफ बहाल है। मार्ग खुलते ही वाहनों की लगी कतार
मुगल रोड ऐतिहासिक मार्ग है। सर्दी में इस मार्ग के दोनों ओर बर्फ की दीवार खड़ी हो जाती है। प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है। राजौरी-पुंछ रेंज के ट्रैफिक विभाग में डीएसपी मोहम्मद जुबेर मिर्जा ने बताया कि बुधवार को सड़क पर वाहनों का आना-जाना लगा रहा। आवाजाही सामान्य थी। कहीं जाम नहीं लगा। हालांकि, उन्होंने लोगों से अपील की है कि सड़क पर फिसलन होने के कारण सड़क पर देर शाम को आवाजाही से बचें। सुरक्षित सफर के लिए यह जरूरी भी है। कल से बर्फ गिरने के फिर आसार
मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि शुक्रवार से प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में फिर से हिमपात शुरू होगा। हालांकि, मौसम के मिजाज वीरवार से ही बदलने लगेंगे। इस दौरान बारिश की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष नवंबर में रिकॉर्ड ठंड पड़ी है।