बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं मिलने पर भड़के किसान
किसानों ने मांगा नुकसान का मुआवजा
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा: पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की धान की फसल को हुए नुकसान पर राज्य प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाने से गुस्साए किसानों ने शनिवार को राज्य प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। सीमावर्ती किसानों ने सरकार से मांग की है कि पिछले दिनों भारी बारिश तथा ओलावृष्टि के कारण तबाह हुई धान की फसल का उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए। किसानों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के भीतर भीतर सरकार ने उनकी इस मांग की तरफ ध्यान नहीं दिया तो वह बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
इसी मांग को लेकर सीमावर्ती गांव गोपड़ बस्ती, रायपुर सजदा, शामका सहित आदि गांवों के किसानों ने जोरदार तरीके के साथ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि उनकी तबाह हुई फसलों को देखने के लिए अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनके पास नहीं पहुंचा है। किसान श्यामलाल नागरा, सुभाष चंद्र, रामलाल, पुरुषोत्तम कुमार तथा सोहनलाल ने बताया कि किसानों की 70 प्रतिशत तक फसल तबाह हो चुकी है, जो फसल बची है, उसका भी किसानों को सही दाम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि खेतों में पानी जमा होने के कारण फसल खराब हो गई है। बड़े दुख की बात है कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा है। किसान दीपक शर्मा, राजिदर कुमार राकेश शर्मा ने कहा कि सरकार को कम से कम प्रति कनाल 5 हजार रुपये किसानों को मुआवजा देना चाहिए, ताकि अगली फसल लगाई जा सके। किसानों ने कहा कि अगर जल्द सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया तो वह आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।