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Jammu: बिना मुआवजा दिए रिंग रोड के लिए गेहूं की फसल को रौंदने पर भड़के किसान

किसानों ने पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि प्रशासन उन्हें मुआवजा दे और फसल को काटने के बाद वहां रिंग रोड का निर्माण शुरू करवाए। प्रदर्शन के समय बिश्नाह के एसडीएम अभिषेक अबरोल तहसीलदार सोहनलाल राणा एसडीपीओ शब्बीर खान मौजूद थे।

By Edited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 08:04 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 08:28 AM (IST)
Jammu: बिना मुआवजा दिए रिंग रोड के लिए गेहूं की फसल को रौंदने पर भड़के किसान
बड़ी संख्या में चक अवतारा और आसपास के गांवों से ग्रामीण वहां पहुंच गए।

संवाद सहयोगी, बिश्नाह : बिना मुआवजा दिए प्रशासन की तरफ से शनिवार को चक अवतारा गांव से निकल रही आउटर रिंग रोड का निर्माण शुरू करवाने पर किसानों ने हंगामा कर दिया। लगभग पककर तैयार गेहूं की फसल को बुलडोजर से रौंदता देख किसानों का गुस्सा फूट गया।

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बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे किसानों ने प्रशासन प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक, चक अवतारा गांव से निकल रही रिंग रोड के निर्माण के लिए 50 किसानों की 232 कनाल जमीन के लिए प्रशासन ने अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया है। शनिवार को अचानक चक अवतारा गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और रिंग रोड के निर्माण के लिए अधिग्रहीत भूमि में खड़ी गेहूं फसल पर बुलडोजर चलवा दिया।

यह खबर लगते ही प्रभावित किसानों के अलावा आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में किसान वहां पहुंच गए और प्रशासन की कार्यवाही का विरोध करने लगे। किसानों ने पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि प्रशासन उन्हें मुआवजा दे और फसल को काटने के बाद वहां रिंग रोड का निर्माण शुरू करवाए। प्रदर्शन के समय बिश्नाह के एसडीएम अभिषेक अबरोल, तहसीलदार बिश्नाह सोहनलाल राणा, एसडीपीओ शब्बीर खान भी मौजूद थे।

हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह और उनके साथ प्रदर्शन कर रहे कई किसानों को हिरासत में लेकर बिश्नाह थाने ले गई। प्रदर्शन में सरपंच विजय सैनी, सरपंच धर्मेंद्र सिंह, बीडीसी अध्यक्ष सुरजीत कुमार, बीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, पंडित नारायण दत्त शर्मा, किसान मोर्चा के राज्य उपप्रधान सतीश भारती, सरपंच सुरजीत सिंह के अलावा सैकड़ों किसान शामिल रहे। किसानों के हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने जाम की सड़क पुलिस की तरफ से किसानों को हिरासत में लेने की खबर आसपास के ग्रामीण इलाकों में आग की तरह फैल गई। इसके बाद बड़ी संख्या में चक अवतारा और आसपास के गांवों से ग्रामीण वहां पहुंच गए। इसमें काफी संख्या में महिलाओं भी थीं।

उन्होंने बिश्नाह-बड़ी ब्राह्मणा सड़क टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब तीन घंटे तक उनका यह प्रदर्शन चलता रहा। उधर, हिरासत में लिए गए किसानों ने थाने में भी प्रदर्शन शुरू कर दिया था। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने हिरासत में लिए गए पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह समेत 10 किसानों को रिहा कर दिया।

'लहलहाती फसल पर बुलडोजर चलाने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर हो कार्रवाई': पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद पूर्व सरपंच सुरजीत ¨सह कहा कि रिंग रोड में चक अवतारा के किसानों की लगभग 242 कनाल जमीन आ रही है। बिना मुआवजा दिए लहलहाती फसल पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाना यह साबित करता है कि प्रशासन को किसानों के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है। वह चाहता तो किसानों को मुआवजा देकर फसल काटने की मोहलत देता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इसका हमने विरोध किया तो हमारी आवाज दबाने के लिए हिरासत में ले लिया गया। इस तानाशाही रवैये के आगे किसान नहीं झुकने वाला है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की कि वे किसानों की लहलहाती फसल पर बुलडोजर चलाने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई करें।

'भूमि अधिग्रहण नहीं, जबरन किसानों की जमीन कब्जा कर रहा था प्रशासन': किसान मोहन ¨सह ने कहा कि प्रशासन जमीन अधिग्रहण नहीं कर रहा था, बल्कि जबरन किसानों की जमीन कब्जा कर रहा था। इसके विरोध में ही किसान सड़क पर उतरे। उन्होंने कहा कि इस समय प्रति कनाल भूमि का बाजार भाव 40 लाख रुपये है, लेकिन किसान सिर्फ तीन लाख रुपया दे रहा है। इसका विरोध करने पर प्रशासन ने जबरन किसानों की जमीन कब्जा करने की कोशिश की। मोहन सिंह ने कहा कि किसान पूरी तरह एकजुट हैं। हम अपना जायज हक मान रहे हैं, जिसे प्रशासन को देना ही होगा।

मीरां साहिब और बिश्नाह को छोड़कर पूरा हो चुका है काम: सांबा जिले के विजयपुर में जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर स्थित पटली मोड़ से शुरू होकर नगरोटा में जम्मू श्रीनगर हाईवे के बमयाल इलाके तक बनने वाले ¨रग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई थी। यह सड़क सरोर, बिश्नाह, मीरां साहिब, फ्लायं मंडाल, मिश्रीवाला, कोटभलवाल आदि इलाकों से होकर गुजरेगा। बिश्नाह और मीरां साहिब में मुआवजे को लेकर किसानों के विरोध के चलते इन इलाकों में रिंग रोड का काम नहीं शुरू हो पाया है। इसके अलावा ज्यादातर काम पूरा हो चुका है। रिंग रोड बनने से जम्मू शहर में बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी।

  • किसानों के भूमि रिकार्ड में कुछ त्रुटियां हैं। इसकी वजह से मुआवजे की प्रक्रिया पूरी करने में दिक्कत आ रही है। करीब ढाई करोड़ के करीब मुआवजा दिया जाना है। जल्द कानूनी प्रक्रिया पूरी कर किसानों के साथ मुआवजे को लेकर बना व्यवधान सुलझा लिया जाएगा। इस मामले में सोमवार को जिलाधीश जम्मू के साथ बातचीत की जाएगी। -अभिषेक अबरोल, एसडीएम

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