जम्मू संभाग के बारहवीं कक्षा के चालीस हजार विद्यार्थियों की नजरें बोर्ड के फैसले पर लगीं
जम्मू कश्मीर बोर्ड की नजरें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के फैसले पर लगी हुई थी। अब चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला हो चुका है तो जम्मू कश्मीर सरकार भी जल्द ही बारहवीं कक्षा पर फैसला करेगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा रद होने के बाद जम्मू संभाग के समर जोन के बारहवीं कक्षा के चालीस हजार विद्यार्थियों की नजरें जम्मू कश्मीर बोर्ड के फैसले पर लगी हैं। जम्मू कश्मीर में बारहवीं कक्षा की परीक्षा का रद होना तय माना जा रहा है। जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन पहले दसवीं की परीक्षा को रद कर चुका है।
जम्मू कश्मीर में दसवीं और बारहवीं कक्षा के कुछ पेपर हुए थे मगर इसके साथ ही कोरोना से हालात खराब हो गए। बोर्ड ने दसवीं कक्षा की परीक्षा को तो रद कर दिया लेकिन बारहवीं कक्षा की परीक्षा को स्थगित कर दिया। ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा तो शुरु ही नहीं हो पाई थी।
जम्मू कश्मीर बोर्ड की नजरें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के फैसले पर लगी हुई थी। अब चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला हो चुका है तो जम्मू कश्मीर सरकार भी जल्द ही बारहवीं कक्षा पर फैसला करेगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जल्द ही बारहवीं कक्षा को लेकर फैसला होगा। बोर्ड की चेयरपर्सन प्रो. वीना पंडिता का कहना है कि यह फैसला सरकार को ही करना है। उम्मीद है कि एक दो दिन में इस पर फैसला हो जाएगा।
बताते चले कि जम्मू कश्मीर में केंद्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से बारहवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या नौ हजार के करीब है। वहीं जम्मू कश्मीर बोर्ड से बारहवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या चालीस हजार से अधिक है। दसवीं के विद्यार्थियों की संख्या पचास हजार से अधिक है। ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या चालीस हजार के करीब है। जम्मू कश्मीर में ग्यारहवीं कक्षा को लेकर भी बोर्ड ने अभी फैसला करना है।
ये सब विद्यार्थी जम्मू संभाग के समर जोन के हैं क्योंकि कश्मीर संभाग व विंटर जोन के पेपर अभी नहीं होते है। वो पेपर अक्टूबर नवंबर में हो चुके है। जम्मू कश्मीर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। अब बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन पर नीति निर्धारित करेगा और उसी हिसाब से परिणाम घोषित करेगा। परिणाम को समय को निकालने की कोशिशें होगी।