JK: बच्चों के सवाल ऑनलाइन ही सुलझाएंगे विशेषज्ञ, परीक्षा-परिणाम पर 3 मई के बाद फैसला लेगी विवि
जम्मू विश्वविद्यालय परीक्षा और परिणाम को लेकर तीन मई के बाद कोई फैसला करेगा। फिलहाल इसके लिए यूजीसी के आदेश का इंतजार किया जा रहा है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध करा रहे शिक्षा निदेशालय जम्मू ने अब एक टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स में विभाग के बेहतरीन व विषय के विशेषज्ञ शिक्षकों को शामिल किया गया है जो उन बच्चों के सवालों को सुलझाएंगे जिन्हें ऑनलाइन पढ़ते हुए कोई समस्या आ रही हो।
शिक्षा निदेशालय जम्मू ने कुछ दिन पहले एक टेली काउंसलिंग सेवा आओ बात करें शुरू की थी। इसमें बच्चों को कोरोना संबंधी जानकारी दी जा रही थी। इसी टेली काउंसलिंग सेवा पर ही विशेषज्ञ शिक्षक बच्चों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मौजूद हैं। इस सेवा का लाभ छठी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी उठा सकते हैं जो फोन नंबर 6006800068 पर कॉल कर उन्हें विषय में पेश आ रही परेशानी बारे बता सकते हैं। समस्या विशेषज्ञ शिक्षक तक पहुंचेगी और उसी समय दूसरी तरफ फोन पर मौजूद शिक्षक उनके प्रश्नों का उत्तर बोल कर, लिखकर या वीडियो कॉल के माध्यम से देंगे। यह सुविधा सुबह 10 से रात आठ बजे तक उपलब्ध होगी। इससे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों को काफी लाभ मिल सकेगा।
सिलेबस के अनुसार कर सकेंगे सवाल जम्मू-कश्मीर शिक्षा बोर्ड के सिलेबस के मुताबिक विषय पर सवाल किए जा सकते हैं। इस टेली काउंसलिंग सेवा के बारे में अधिक से अधिक बच्चों को जानकारी देने के लिए सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों, स्कूलों के हेड को निर्देश दिए गए हैं ताकि अधिक से अधिक बच्चे इस सेवा का लाभ उठा सकें। शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता का कहना है कि लॉकडाउन के बीच शिक्षा विभाग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
परीक्षा और परिणाम के लिए यूजीसी पर नजर
जम्मू विश्वविद्यालय परीक्षा और परिणाम को लेकर तीन मई के बाद कोई फैसला करेगा। फिलहाल इसके लिए यूजीसी के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन के बीच विवि के अंडर ग्रेजुएट और कई पोस्ट ग्रेजुएट सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। विश्वविद्यालय इन पर व्यापक विचार-विमर्श के बाद लेगा फैसला। पीजी कोसोर्ं में एंट्रेंस टेस्ट के लिए भी अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन में सभी शिक्षण संस्थान बंद है। हालांकि, जम्मू कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजूकेशन ने तो दसवीं और बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं चेकिंग के लिए अध्यापकों को घरों में बांटी दी गई है ताकि परिणाम निकाला जा सके। जम्मू विश्वविद्यालय का क्षेत्रधिकार जम्मू संभाग के दस जिले है और अंडर ग्रेजुएट के करीब 1.80 लाख विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेने की जिम्मेदारी जम्मू विवि के परीक्षा विभाग पर है। जम्मू विवि की नजरें यूजीसी पर लगी हुई है।
कंट्रोलर प्रो. रजनीकांत का कहना है कि अंडर ग्रेजुएट की दूसरे, चौथे और छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं होनी है। छठे सेमेस्टर की परीक्षा होने के बाद ही अंडर ग्रेजुएट का ओवर आल परिणाम घोषित हो सकता है जिसके आधार पर पीजी कोर्सों में दाखिला के लिए आवेदन होता है। विश्वविद्यालय ने फिलहाल कोई फैसला नहीं किया है। हम यूजीसी के दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहे है। इसके बाद बैठक कर आगे की नीति पर काम करेंगे। दूसरी तरफ, जम्मू विश्वविद्यालय में पीजी कोर्सों में दाखिला के लिए एंट्रेंस टेस्ट की तिथि का फैसला विवि खुलने के बाद ही होगा। एंट्रेंस टेस्ट के लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन आवेदन करने के लिए करीब बीस दिन का समय मिलता है। सूत्र बताते है कि विवि इन संभावनाओं का भी पता लगाएगी कि क्या इस बार टेस्ट न करवा कर मेरिट के आधार पर भी दाखिले किया जा सकते है या नहीं।