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Enchanting Ladakh Exhibition: लद्दाख की कला, संस्कृति को बढ़ावा देगी दिल्ली हाट में प्रदर्शनी, कल उपराज्यपाल करेंगे उद्घाटन

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के अभियान के तहत दिल्ली में 14 दिवसीय लद्दाख प्रदर्शनी मंगलवार से शुरू हो जाएगी। लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर मंगलवार शाम को 15 मार्च तक चलने वाली इस इनचैंटिंग लद्दाख प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Mon, 01 Mar 2021 08:23 PM (IST)
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लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर मंगलवार शाम को 15 मार्च तक चलने वाली इस इनचैंटिंग लद्दाख प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के अभियान के तहत दिल्ली में 14 दिवसीय लद्दाख प्रदर्शनी मंगलवार से शुरू हो जाएगी। लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर मंगलवार शाम को 15 मार्च तक चलने वाली इस इनचैंटिंग लद्दाख प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।

इस प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए लद्दाख के 75 गांवों के कारीगर दिल्ली पहुंचे हैं। उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों में लद्दाख की स्मृद्ध संस्कृति की झलक लोगों को आकर्षित करेगी। लद्दाख के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित की जा रही यह प्रदर्शनी मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे शुरू हाेगी। इस दौरान लद्दाख के कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। ऐसे में यह प्रदर्शनी लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों के कारीगरों को एक बिक्री मंच प्रदान करने के साथ देश विदेश के लोगों को इन गर्मियों में लद्दाख आने का निमंत्रण भी देगी।

लद्दाख प्रशासन के साथ क्षेत्र के भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नाम्गयाल भी सोशल साइट के माध्यम से लोगों को इस प्रदर्शनी में आने का निमंत्रण दे रहे हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रोत्साहित किए जाने वाले लद्दाखी उत्पादों में पश्मीना उत्पाद, थंका, लकड़ी व मिट्टी से बनी कलाकृतियां, लद्दाख में पाए जाने वाले स्नो लेपर्ड, याक के खिलौने व कारीगरों द्वारा तैयार किए गए अन्य कई प्रकार के उत्पाद शामिल हैं।

सोमवार को दिल्ली हाट में लद्दाखी हस्तकला को प्रोत्साहित करने वाले स्टाल स्थापित कर दिए गए। ऐसे में लद्दाख प्रदर्शनी में लोगों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई।लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद इस समय क्षेत्र के दूरदराज इलाकों के कारीगरों को एक मंच प्रधान कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रयास हो रहे हैं। ऐसे में जारी वर्ष में दिल्ली के बाद देश के अन्य बड़े शहरों में भी ऐसी प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाना संभव है।