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ईद-उल-अदाह की तैयारियों में जुटा शहर, मस्जिदों में नहीं होगी सामूहिक नमाज

कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं होगी। प्रशासन ने पहले ही सभी को शारीरिक दूरी बनाए रखने का आदेश जारी कर रखा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 03:47 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 03:47 PM (IST)
ईद-उल-अदाह की तैयारियों में जुटा शहर, मस्जिदों में नहीं होगी सामूहिक नमाज
ईद-उल-अदाह की तैयारियों में जुटा शहर, मस्जिदों में नहीं होगी सामूहिक नमाज

जागरण संवाददाता, जम्मू : ईद-उल-अदाह यानी कि बकरीद जिसे हम बड़ी ईद भी कहते हैं कि तैयारियां इन दिनों जोर शोर से चल रही हैं। अगर चांद 30 जुलाई की शाम को दिखा तो ईद 31 जुलाई को मनाई जाएगी। अगर अगले दिन चांद दिखा तो ईद शनिवार को जानी 1 अगस्त को मनाई जाएगी। बड़ी चाहे जिस दिन भी मनाई जाए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कुर्बानी के भेड़ बकरियों की खरीददारी शुरू कर दी है। बाजारों में खासकर उस्ताद मोहल्ला, पीर मिट्ठा, गुज्जर नगर, तालाब खटिकां, जानीपुर, बठिंडी आदि क्षेत्रों में सुबह से ही गुज्जर बकरवाल समुदाय के लोग मेहंदी लगाकर सजाए गए भेडू लेकर पहुंचने लगे हैं।

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बेशक कोराेना महामारी के चलते बाजारों में बड़ी ईद की वह रौनक नहीं दिख रही जो पहले हुआ करती थी लेकिन ईद का उत्साह और जोश पहले जैसा ही है। कोरोना के चलते अधिकतर लोगों ने घरों में सादगी से ही कुर्बानी ईद मनाने का निर्णय लिया हुआ है। पंजतीर्थी के अकरम खान ने कहा कि मेहनवाजी का सिलसिला कम ही होगा लेकिन घरों में सभी कार्यक्रम होंगे। कुर्बानी के लिए अपनी पसंद का भेडू खरीदने के लिए पिछले दो तीन दिनों से निकल रहा हूं। उनके दूसरे कुछ दोस्तों ने कुर्बानी के लिए खरीददारी कर ली हुई है लेकिन जिस तरह पहले रिश्तेदारों का जमावड़ा कुछ दिन पहले ही लगने लगता था। इस बार वैसा नहीं है।

ईद को लेकर बच्चों का उत्साह देखते ही बनता है। उन्होंने अपनी पसंद की पोशाकें खरीदनी शुरू कर दी हैं। बाजारों में भी इर्द को ध्यान में रखते हुए कई तरह के नए स्कारफ, टोपियां कुर्ते आदि आए हुए हैं। उस्ताद मोहल्ला के तारिक ने कहा कि ईद पर उसे पापा हमेशा दो पोशाकें लेकर देते हैं। इस बार अभी तक एक पोशाक खरीद ली है। दूसरी पोशाक ईद के एक दो दिन पहले भाई के साथ जाकर खरीदनी है।

मस्जिदों में नहीं होगी सामूहिक नमाज: कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मस्जिदों में सामूहिक नमाज नहीं होगी। प्रशासन ने पहले ही सभी को शारीरिक दूरी बनाए रखने का आदेश जारी कर रखा है। उस पर से सप्ताह के अंत जानी शुक्रवार शाम 6.00 बजे से सोमवार सुबह 6.00 बजे तक लॉकडाउन रहता है। मौलानाओं का भी कहना है कि महामारी के चलते घरों में ही नमाज अदा की जाए। कोशिश होनी चाहिए कि किसी भी तरह की भीड़ कहीं भी इकट्ठी न हो। कोरोना से बचाव के लिए जारी सभी हिदायतों का पालन हो यही सभी के हित में है। 


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