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सूखे पड़े गेहूं के खेतों में पड़ने लगीं दरारें, किसानों की चिंता बढ़ी

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : रबी सीजन में मौसम की मेहरबानी न होने से कंडी व सीमांत क्षेत्रों के

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 08:35 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 08:35 AM (IST)
सूखे पड़े गेहूं के खेतों में पड़ने लगीं दरारें, किसानों की चिंता बढ़ी
सूखे पड़े गेहूं के खेतों में पड़ने लगीं दरारें, किसानों की चिंता बढ़ी

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : रबी सीजन में मौसम की मेहरबानी न होने से कंडी व सीमांत क्षेत्रों के किसानों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। खेतों की नमी पूरी तरह से गायब हो चुकी है और सूखी जमीन में दरारें पड़ने लगी हैं। जिस तरह से खेतों में सूखा पड़ने लगा है और जमीन में दरारें आ रही हैं। उससे बीजी गई फसलों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। अगर रबी सीजन में जल्द मौसम की मेहरबानी नहीं हुई तो हर तरफ सूखे का संकट हावी हो जाएगा। सूखे का संकट हावी होने से रबी सीजन की फसलें बर्बाद होना स्वाभाविक हैं।

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रबी सीजन में मौसम की बेरुखी ने किसानों को परेशानी में डालने का काम किया है। हालांकि हर छोटे अंतराल के बाद मौसम के मिजाज लगातार बदल रहे हैं, लेकिन बारिश न होने से रबी सीजन की फसलों पर गहराते संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे। रबी सीजन की फसलों पर गहराते सूखे के संकट को लेकर किसान कमल ¨सह, सेवा राम, परस राम, सोम राज, राकेश कुमार, हंस राज, नानक दास, मोहन लाल, अवतार ¨सह, जरनैल ¨सह, देवी ¨सह, कूडा राम, म¨हद्र कुमार व अन्य ने कहा कि बारिश की कमी से रबी सीजन सूखे की चपेट में आने लगा है। सही समय पर बीजी गई फसलें भी अपने रंग में नजर नहीं आ रहीं और सूखे खेत दरारें छोड़ने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के पास अपने निजी ¨सचाई साधन उपलब्ध हैं, वे अपने ¨सचाई विकल्प खोज लेते हैं, लेकिन अधिकांश किसान बारिश और नहरी पानी के माध्यम से ही फसलों के जानदार बनने की उम्मीद लगाते हैं। ऐसे में न तो बारिश के कोई आसार बन रहे और न ही नहरों का सूखा दूर हो रहा। किसानों ने कहा कि अगर मौसम की बेरुखी के साथ जिला ¨सचाई विभाग की अनदेखी बरकरार रही, तो रबी फसलों को सूखे से बचाना मुश्किल हो जाएगा। किसानों द्वारा फसलों की बिजाई के लिए हजारों रुपये का बीज, खाद खेतों में डाला गया है। अगर खेतों में डाला गया पैसा वसूल नहीं हुआ, तो किसान आर्थिक तंगी से उबर नहीं पाएंगे। हर किसान भगवान की रहमत के साथ जिला ¨सचाई विभाग की आंखें खुलने का इंतजार कर रहा है।

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फसलों को सिंचाई की सख्त जरूरत

रबी सीजन की फसलों को कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने ¨सचाई की सख्त जरूरत माना है। कृषि अधिकारी एईओ रामगढ़ अजीत ¨सह के अनुसार कई हफ्तों से जोरदार बारिश न होने से उपजाऊ खेतों की नमी का स्तर काफी लुढ़क चुका है। रबी सीजन की फसलें गेहूं, सरसों, जौ, मसूर, चने, अलसी, मवेशी चारा बरसीन को खेतों को नमी मिलने से ही उनके जानदार बनने की उम्मीद लगाई जा सकती है। लेकिन जिस तरह से मौसम के मिजाज बन रहे हैं उससे हर तरफ सूखा हावी हो रहा है और फसलें प्रभावित होती नजर आ रही हैं। सूखा प्रभावित फसलों से बेहतर पैदावार की उम्मीद नहीं लगाई जा सकती और फसलों के रोगग्रस्त होने का खतरा भी बना रहता है। अधिकारियों ने फसलों के लिहाज से मौसम की मेहरबानी ही एकमात्र उचित विकल्प करार दिया।


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