Jammu Kashmir: डाॅ जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस से कहा- अगर हिम्मत है तो 370 की बहाली की बात कहे
प्रदेश भाजपा की डिजिटल रैली को विपक्ष ने निशाना बनाया। ऐसे में फेसबुक पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी चला। भाजपा ने उपलब्धियां गिनाईं तो विपक्षी पार्टियों ने कमियां गिनाईं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटना एक ऐतिहासिक फैसला था। अब इसे अपनी मानसकिता से उखाड़ फेंकने की जरूरत है। इसके हटने से भय व भ्रष्टाचार का माहौल खत्म हुआ। पहले यह कहकर डराया गया कि 370 खत्म करने से खूनखराब होगा। यह गलत साबित हुआ। प्रदेश में शांति का माहौल है। केंद्र प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से लोगों को विकसित करने की दिशा में कार्य हो रहा है। कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने उसे चुनौती दी कि अगर पार्टी हिम्मत रखती है तो कहे कि वह 370 को वापस लाएगी। उन्होंने कहा कि गंदी राजनीति करने वाली यह पार्टी कश्मीरी पंडितों को मारे जाने पर चुप रही।
प्रदेश के इतिहास में भाजपा की पहली डिजिटल रैली में तकनीक के बेहतर इस्तेमाल से इसमें हिस्सा लेने वालों को ऐसा लगा कि जैसे वे राजनाथ सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह, रविन्द्र रैना व अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने बैठ कर उन्हें सुन रहे हों। कार्यकर्ताओं की नारेबाजी, तालियां बजाने जैसी प्रतिक्रियाओं को दिल्ली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी देखी। दो स्टेजों के साथ डिजिटल रैली में पब्लिक भी दिख रही थी। जम्मू में पार्टी मुख्यालय में स्थापित स्टेज पर मल्टीकेम सेट लगाया था। यह मल्टीकेम अपने पांच कैमरों की सहायता से जम्मू का आडियो वीडियो दिल्ली भेज रहा था।
दिल्ली में आइटी का सेटअप इसे मिक्स कर रहा था। आइटी विभाग ने जम्मू-पुंछ के 800 छोटे-छोटे समूहों को वेब एक्स एप के माध्यम से जोड़ा था। उनका फीडबैक भी दिल्ली जा रहा था। जिन समूहों के पास वेब एक्स एप की सुविधा नही थे, वे सिर्फ इस रैली को अपनी जगहों से देख सकते थे। फेसबुक, ट्वीटर, यूट्यूब के साथ इस रैली को जम्मू के सिटी केबल व जेके चैनल ने भी लाइव चलाया। प्रदेश भाजपा आइटी विभाग के प्रमुख जयदेव रजवाल का कहना है कि इस रैली के साथ डिजिटल प्रचार के युग की नई शुरुआत हुई है।
विफल हुई साजिश, शुरू हुआ विकास कार्य : रविंद्र रैना
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने कहा कि साजिश के तहत जम्मू कश्मीर को अलग थलग रखने की कोशिश हुई। मोदी सरकार के इस साजिश का पर्दाफाश करने के बाद विकास का नया अध्यास शुरू हुआ। पहले 370 को एक दीवार बना दिया गया था। इसकी आड़ में दो झंडे, दो निशान को प्रोत्साहन मिला। अब गुज्जर बक्करवालों, गुलाम कश्मीर, पश्चिम पाकिस्तान के रिफ्यूजियों के साथ इंसाफ हुआ।
छह सालों में 70 सालों का विकास: जुगल
भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर में सत्तर साल से लंबित विकास कार्यो को छह सालों में पूरा कर दिखाया। वहीं, जन संवाद रैली एक साथ दो मंचों से आयोजित की गई। दिल्ली से राजनाथ सिंह तो जम्मू से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष र¨वद्र रैना समेत कई नेताओं ने वेब एक्स एप पर हुई डिजिटल रैली में मंच साझा किया। रैली सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक चली। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में जन संवाद रैली को संबोधित कर रहे राजनाथ के साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव व प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह मौजूद थे। रैली को फेसबुक, ट्वीटर समेत कई डिजिटल माध्यमों से हजारों लोगों ने देखा।
50 लाख लोग जुड़े डिजिटल रैली से
जम्मू कश्मीर प्रदेश के इतिहास में भाजपा की पहली डिजिटल रैली से 50 लाख से अधिक लोग जुड़े। सोशल साइट फेसबुक पर ही करीब 19 लाख लोगों ने इसे देखा। जम्मू जन संवाद रैली को कामयाब बनाने के लिए जम्मू व दिल्ली में भाजपा के आइटी विभागों ने बेहतरीन समन्वय दिखाया। वेब एक्स एप के माध्यम से हुई इस रैली में दो मंचों के साथ संभाग के विभिन्न हिस्सों से पार्टी कार्यकर्ताओं के 800 समूहों की लाइव फीड मिक्स कर इसे सोशल मीडिया पर पेश किया है। पार्टी ने सांबा, जम्मू, राजौरी, पुंछ जिलों में वार्ड स्तर पर पच्चीस-पच्चीस लोगों के समूह बनाए थे। इस दौरान कोरोना संक्रमण से निपटने संबंधी हिदायतों का सख्ती से पालन किया गया।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए अरबों रुपये : राजनाथ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के लिए केंद्र सरकार की ओर से दिए गए अरबों रुपये के फंड से कुछ नेता, अलगाववादी व देश विरोधी तत्व मजे करते थे। अब इनको हिसाब देना पड़ रहा है। लोग तेज विकास से खुश हैं। अगले पांच सालों में जम्मू कश्मीर का कायाकल्प हो जाएगा। पिछली सरकारों के भ्रष्टाचार को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि हमने वर्ष 2014 से 2019 तक विकास के लिए दो लाख करोड़ रुपये दिए। इस फंड का दुरुपयोग हुआ। हमसे पहले भी केंद्र सरकारें जम्मू कश्मीर को दिल खोलकर फंड देती आई हैं। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले जम्मू कश्मीर को ज्यादा फंड मिलता आया है, लेकिन यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला था। सिंह ने कहा कि केंद्र के फंड खाने के बाद ये लोग पाकिस्तान के गुण भी गाते थे। अब 370 हटने से इनकी कमर टूट गई। बड़ी संख्या में आतंकियों का मारा जाना इसका सुबूत है।
डिजिटल रैली को विपक्ष ने बनाया निशाना : प्रदेश भाजपा की डिजिटल रैली को विपक्ष ने निशाना बनाया। ऐसे में फेसबुक पर आरोप, प्रत्यारोप का सिलसिला भी चला। भाजपा ने उपलब्धियां गिनाईं तो विपक्षी पार्टियों ने कमियां गिनाईं। इनमें बेरोजगारी, नए टोल, कर्मचारियों के हितों को नजरअंदाज करने जैसे मुद्दे उठे। ये आरोप भी लगे कि प्रदेश भाजपा ने कार्यक्रम को कामयाब बनाने के लिए सरकारी भवनों का भी इस्तेमाल किया। सोशल साइटों पर दिन भर बहस चली। प्रदेश भाजपा के अनुसार फेसबुक पर भाजपा के समर्थन में कमियां निकालने वालों के विरोध में 21000 से अधिक कमेंट आए।