हेल्थ एंड फिटनेस : जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में न लें ज्यादा प्रोटीन
अगर जरूरत से ज्यादा प्रोटीन लिया जाए तो ये स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालकर घातक भी साबित हो सकते हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता । यह सच है कि प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इससे मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं लेकिन अगर जरूरत से ज्यादा प्रोटीन लिया जाए तो ये स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालकर घातक भी साबित हो सकते हैं।
यह तो अब जगजाहिर है कि आज की युवा पीढ़ी अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले की अपेक्षा काफी जागरूक हो चुकी है। यही वजह है कि अब हर गली-नुक्कड़ में जिम आसानी से नजर आ जाते हैं यहां मशीनों पर युवा कसरत करते हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में ज्यादा प्रोटीन लेना शुरू कर देते हैं। इससे उनकी बॉडी तो जल्दी बन जाती है लेकिन बाद में इसके दुष्परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं। प्रोटीन में एंटीबायोटिक, एंटीवायरल, एंटीहाइपरेटिव, एंटीऑक्सिडेंट जैसे गुण हाेते हैं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह भी है कि प्रोटीन पाउडर के कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। इससे हार्मोनल संतुलन प्रभावित होते हैं। सोया प्रोटीन में पाए जाने वाले आइसोफ्लेवांस की तरह फाइटोस्ट्रोगेन्स शरीर में हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकते हैं। प्रोटीन पाउडर को स्वादिष्ट बनाने के लिए कुछ मीठा तत्व मिलाया जाता है जिसे आइसोलेटेड फ्रुक्टोज कहते हैं। इसे नियमित रूप से लेने से आंतों का संतुलन गड़बड़ा सकता है। अगर इसकी जगह शूगर फ्री प्रोटीन पाउडर में शहद मिलाकर इसका कभी-कभार ही इस्तेमाल करने फायदेमंद हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर स्टेट स्पोटर्स काउंसिल के वरिष्ठ वेट लिफ्टिंग कोच इंद्रपाल सिंह का कहना है कि वह खिलाड़ियों को प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह देते हैं क्योंकि इसके प्रयोग से बॉडी जल्दी बनती तो दिखती है लेकिन बाद में कई बीमारियों का शिकार होना पड़ा है। उन्होंने जिम में जाने वाले युवाओं से अपील की कि वे प्रोटीन पाउडर का बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें अगर करना भी है तो कभी कभार इसका उपयोग कर सकते हैं।