JEE Mains Result 2022: दिव्यांश फिर बने जेईई मेंस में जम्मू-कश्मीर के टॉपर
JEE Main Result 2022 दिव्यांश ने बताया कि उसकी स्कूली शिक्षा श्री गुरू गोबिंद सिंह पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल कुंजवानी में हुई है जहां उसने बारहवीं कक्षा में भी पोजीशन हासिल की थी। वहीं जेइइ मेंस में टॉपर बनने का श्रेय दिव्यांश ने अपने कोचिंग सेंटर वीएमसी को दिया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जेईई मेंस के दूसरे सत्र में भी जम्मू के दिव्यांश वर्मा एक बार फिर टाॅपर बने हैं। दिव्यांश ने इस बार भी पहले परिणाम की तरह ही 99.92 प्रतिशत अंक लेकर जेईई मेंस की परीक्षा में किया था और इस बार भी उन्होंने अपना वैसा ही प्रदर्शन दोहराया। जम्मू के ग्रेटर कैलाश इलाके में रहने वाले दिव्यांश पिता कश्मीर पुलिस में अधिकारी हैं जबकि दिव्यांश विद्या मंदिर क्लासेस का विद्यार्थी था।
दिव्यांश ने बताया कि उसकी स्कूली शिक्षा श्री गुरू गोबिंद सिंह पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल कुंजवानी में हुई है जहां उसने बारहवीं कक्षा में भी पोजीशन हासिल की थी। वहीं जेइइ मेंस में टॉपर बनने का श्रेय दिव्यांश ने अपने कोचिंग सेंटर वीएमसी को दिया है।वहीं दिव्यांश ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए बताया कि उसने जेईई मेंस का लक्ष्य दसवीं कक्षा में ही तय कर लिया था और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उसने पूरा प्रयास किया। रोजाना एक लक्ष्य तय कर पढ़ाई की।कोविड के चलते आनलाइन कक्षाओं में पढ़ाई की और उसका एक लाभ उसे यह भी मिला कि वह जेइइ मेंस की तैयारी को पूरा समय दे पाया।दिव्यांश का कहना है कि उसके माता-पिता ने भी उसका पूरा सहयोग किया। उन्होंने उसकी परेशानियों को समझा और उनका समाधान किया। वहीं दिव्यांश का अब अगला लक्ष्य जेईई एडवांस की परीक्षा में बेहतर कर आइआइटी में प्रवेश पाना है।
99.66 अंक के साथ सिद्धार्थ ने मारी बाजी
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू के सुभाष नगर निवासी सिद्धार्थ वर्मा ने भी एक बार फिर खुद को साबित कर दिखाया है। सिद्धार्थ ने जेईई मेंस की परीक्षा में 99.66 प्रेसेंटाइल हासिल किया है और अब वह भी देश के किसी टाप आइआइटी कालेज में दाखिले की राह देख रहा है। सिद्धार्थ ने सीबीएसई की बारहवीं कक्षा की परीक्षा में भी 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और उसे उम्मीद है कि उसकी मेहनत उसे मंजिल तक पहुंचाएगी। सिद्धार्थ ने बताया कि इलेक्ट्रानिक्स एंड काम्यूनिकेशन में इंजीनीयरिंग करना चाहता है। सिद्धार्थ सैनिक स्कूल नगरोटा में दसवीं तक पढ़ा है लेकिन इंजीनियरिंग करने के लिए उसने सैनिक स्कूल नगरोटा को छोड़ जम्मू में पढ़ाई की और जेईई मेंस की तैयारी भी साथ में की।