Dharmarth Trust Jammu Kashmir: धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के मुद्दों का निपटारा करने के लिए सलाहकार समिति का गठन
Dharmarth Trust Jammu Kashmir धर्मार्थ ट्रस्ट महाराजा गुलाब सिंह द्वारा जम्मू-कश्मीर के मंदिरों के संरक्षण एवं विकास के उद्देश्य से गठित किया गया था। लेकिन अब आंदोलनकारियों में शामिल हो कर कुछ लोग धर्मार्थ ट्रस्ट पर आधारहीन आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: पिछले तीन महीनों से आंदोलन कर रहे धर्मार्थ ट्रस्ट कर्मचारियों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए धर्मार्थ ट्रस्ट काउंसिल के चेयरमैन ट्रस्टी डा. कर्ण सिंह के अनुमोदन से आज एक सलाहकार समिति का गठन किया गया जो गंभीर मामलों में परिषद को सलाह देगी। हड़ताली कर्मचारियों के मुद्दों का सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटारा करने का प्रयास करेगी।
जेएंडके धर्मार्थ ट्रस्ट की सलाहकार समिति में जिन सदस्यों को शामिल किया गया है। उनमें पूर्व प्रिंसिपल संस्कृत महाविद्यालाय डा. विश्व मूर्ति शास्त्री, प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित शिव रैना, अध्यक्ष, रघुनाथ बाज़ार व्यवसायी संघ सुरेंद्र गुप्ता, चार्टर्ड एकाउंटेंट प्रदीप गंडोत्रा, जम्मू यूनिवर्सिटी डोगरी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. वीणा गुप्ता, प्रो. चंपा शर्मा, चार्टर्ड एकाउंटेंट जोगिंदर सिंह, पूर्व निदेशक जेएंडके बैंक लिमिटेड प्रवीण शर्मा, अध्यक्ष पब्लिक ओपिनियन फोरम अनमोल रतन सेठी, अध्यक्ष मंदिर समिति विजय सराफ, शिक्षाविद शैलेन्द्र ऐमा, अध्यक्ष क्रिमिनोलॉजी सोसायटी ऑफ़ इंडिया रामेश्वर सिंह जम्वाल, अध्यक्ष जम्मू यात्री भवन पवन शास्त्री, प्रमुख व्यवसायी भरत चौधरी, संजीव प्रभाकर, अध्यक्ष योग संस्थान सतपाल शर्मा, अध्यक्ष धार्मिक युवक मंडल अनिल शर्मा, सेवानिवृत्त मेजर जनरल एवीएसएम एस के शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ बाज़ार व्यवसायी संघ बलदेव खुल्लर, प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता संदीप कुमार और सेवानिवृत्त पुलिस अधिक्षक जम्मू और कश्मीर पुलिस एम एल मेहरा शामिल हैं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष अजय गंडोत्रा ने कहा कि कुछ कुंठित सोच के लोग धर्मार्थ ट्रस्ट को बदनाम कर रहे हैं। लगातार आरोप लगाते जा रहे हैं। धर्मार्थ ट्रस्ट महाराजा गुलाब सिंह द्वारा जम्मू-कश्मीर के मंदिरों के संरक्षण एवं विकास के उद्देश्य से गठित किया गया था। लेकिन अब आंदोलनकारियों में शामिल हो कर कुछ लोग धर्मार्थ ट्रस्ट पर आधारहीन आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष ने उम्मीद की कि नवगठित सलाहकार समिति परिषद को व्यावहारिक राय प्रदान करेगी और निश्चित रूप से जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट के कामकाज में सुधार करेगी।