जम्मू-कश्मीर: गिरफ्तार DSP देविंदर सिंह का डीजीपी पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह से डीजीपी का प्रशस्ति पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त कर लिया।
जम्मू, एएनआइ। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह से डीजीपी का प्रशस्ति पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त कर लिया। सिंह को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पांच दिन पहले निलंबित अधिकारी से शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल भी ले लिया गया था।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह की ओर से पदक जब्त करने का आदेश जारी हुआ है। डीजीपी का प्रशस्ति पदक और सर्टिफिकेट दविंदर सिंह को 31 दिसंबर, 1998 को दिया गया था। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 15 जनवरी को सिंह से शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक भी जब्त कर लिया था। बहादुरी के लिए सिंह को यह मेडल 2018 में दिया गया था।
आईबी के सूत्रों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने 1 जुलाई, 2005 को गुरुग्राम-दिल्ली सीमा से चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 50,000 रुपये की नकली मुद्रा के अलावा हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ था। चार आतंकवादियों में से दो की पहचान साकिब रहमान उर्फ मसूद और हाजी गुलाम मोइनुद्दीन डार उर्फ जाहिद के रूप में हुई थी।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह से डीजीपी का प्रशस्ति पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त कर लिया। सिंह को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पांच दिन पहले निलंबित अधिकारी से शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल भी ले लिया गया था।
जानकारी हो कि पुलिस ने सिंह को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले के मीर बाजार में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों नवीद बाबा और अल्ताफ के साथ गिरफ्तार किया था। इसके अलावा एक वकील भी उनके साथ था जो आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहा था।
खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने आतंकवादियों के साथ सांठगांठ के आरोप में गिरफ्तार किए गए जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दविंदर सिंह द्वारा कई वर्ष पहले लिखे गए एक पत्र के बारे में पता लगाया है। दविंदर की ओर से 2005 में लिखे गए इस पत्र में दिल्ली पुलिस द्वारा कश्मीर से दिल्ली की ओर से जा रहे दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर पकड़े गए चार आतंकवादियों में से एक के लिए 'सुरक्षित मार्ग' के लिए कहा गया था।