Jammu Kashmir: तेज हुई डीजीसीपी चुनाव की सरगर्मियां, उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया पर प्रचार शुरु किया
गुुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के ग्यारह ग्यारह सदस्य चुने जाएंगे। उसके बाद हर कमेटी अपना प्रधान चुनेगी। प्रधान अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति करेगा। कमेटी के उपप्रधान महासचिव संयुक्त सचिव कोषाध्यक्ष चुना जाता है। पदाधिकारियों के चयन की जानकारी संबंधित डिप्टी कमिश्नर को दी जाती है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों (डीजीपीसी) चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हो गई है। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों ने गुरुद्वारों में बैठकें शुरू कर दी हैं। कार्यकाल समाप्त कर चुकी कमेटियों के पदाधिकारी फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। इस समय कोरोना से उपजे हालात को देखते हुए उम्मीदवारों लोगोंं के घरों में जाकर प्रचार करने से बच रहे है लेकिन सोशल मीडिया के जरिए प्रचार करना शुरु कर चुके है।
कार्यकाल समाप्त कर चुकी जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के अधिकतर सदस्य चुनाव मैदान में उतरने को तैयार हो गए है। चुनाव में मतदाता सूचियों में आपत्तियां दर्ज करवाने की अंतिम तिथि समाप्त हो गई है। मतदाता सूचियों में आपत्तियों और दावों का निपटारा सात नवंबर तक होगा। उसके बाद फाइनल मतदाता सूचियों का प्रकाशन 9 नवंबर को होगा। जैसे ही मतदाता सूचियों का प्रकाशन हो जाएगा तो उसके बाद सभी जिला के डिप्टी कमिश्नर अपने अपने हिसाब से चुनाव का शेडयूल जारी करेंगे। जम्मू कश्मीर में बीस जिले है और हर जिला में गुरुद्वारा कमेटी का गठन होना है। कुछ जिलों में सिख मतदाताओं की संख्या बहुत कम है लेकिन चुनाव करवाना लाजिमी होगा।
गुुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के ग्यारह ग्यारह सदस्य चुने जाएंगे। उसके बाद हर कमेटी अपना प्रधान चुनेगी। प्रधान अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति करेगा। कमेटी के उपप्रधान, महासचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष चुना जाता है। पदाधिकारियों के चयन की जानकारी संबंधित डिप्टी कमिश्नर को दी जाती है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के बाद जम्मू कश्मीर गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड का चुनाव होगा। बोर्ड में आठ सदस्य जम्मू संभाग और सात सदस्य कश्मीर संभाग से चुने जाते है। बोर्ड में कमेटियों के सदस्य ही मतदान कर सकते है लेकिन बोर्ड के लिए कोई भी उम्मीदवार खड़ा हो सकता है इसके लिए कमेटी का सदस्य होना जरूरी नहीं है।
बोर्ड के प्रधान पद के अलावा दो उपप्रधान चुने जाते है। एक उपप्रधान जम्मू और दूसरा कश्मीर से होता है। महासचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष चुने जाते है। गुुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के चुनाव को लेकर इस समय सिख संगठन अपने घरों, गुुरुद्वारों में बैठक करके उम्मीदवाराें का पैनल तैयार कर रहे है।