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Amarnath Yatra 2022 : बाबा बर्फानी के भक्तों को यात्रा के लिए भा रहा पहलगाम मार्ग, बालटाल के मुकाबले तीन गुणा अधिक श्रद्धालु कर रहे यात्रा

जो लोग जल्द यात्रा पूरी करने के इच्छुक रहते हैं वो बालटाल मार्ग से यात्रा पूर्ण करते हैं। इस मार्ग से सुबह रवाना होने पर शााम तक दर्शन करके आधार शिविर में लौटा जा सकता है जबकि पहलगाम मार्ग से यात्रा करने में तीन दिन का समय लगता है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 02:11 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 02:11 PM (IST)
Amarnath Yatra 2022 : बाबा बर्फानी के भक्तों को यात्रा के लिए भा रहा पहलगाम मार्ग, बालटाल के मुकाबले तीन गुणा अधिक श्रद्धालु कर रहे यात्रा
पहलगाम आधार शिविर से बालटाल आधार शिविर तक पहुंचने में तीन दिन लगते है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंच रहे श्रद्धालु पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए बालटाल के मुकाबले पारंपरिक पहलगाम यात्रा मार्ग को महत्व दे रहे हैं। चूंकि कथाओं में भी इसी मार्ग का महत्व बताया गया है, लिहाजा अधिकतर श्रद्धालु इसी मार्ग से पवित्र गुफा तक पहुंच कर बाबा बर्फानी के दर्शन करते है।

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पहलगाम मार्ग से श्रद्धालु पवित्र गुफा तक पहुंचते है जिनमें से अधिकांश बालटाल मार्ग से वापसी करते हैं लेकिन साधु-संतों की टोलियां तो केवल पहलगाम मार्ग से ही यात्रा पूर्ण करते है। ये संत पहलगाम मार्ग से ही भवन तक जाते है और इसी मार्ग से लौटते हैं। वार्षिक अमरनाथ यात्रा को जम्मू से शुरू हुए छह दिन हो गए है और अभी तक जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास से जत्थे में 39,263 श्रद्धालु रवाना हो चुके हैं जिनमें से 26,690 श्रद्धालु पहलगाम मार्ग से यात्रा करने के लिए रवाना हुए।

बालटाल मार्ग से यात्रा एक दिन में पूरी हो जाती है। इस कारण जो लोग जल्द यात्रा पूरी करने के इच्छुक रहते हैं, वो बालटाल मार्ग से यात्रा पूर्ण करते हैं। इस मार्ग से सुबह रवाना होने पर शााम तक दर्शन करके आधार शिविर में लौटा जा सकता है जबकि पहलगाम मार्ग से यात्रा करने में तीन दिन का समय लगता है। अगर मौसम साफ रहे तो इस मार्ग से तीन दिन में दर्शन करके बालटाल आधार शिविर में पहुंचा जा सकता है।

पहलगाम मार्ग में पहली रात शेषनाग आधार शिविर में गुजारनी पड़ती है और दूसरी रात पंजतरणी में। इसके उपरांत पंजतरणी से पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करके बालटाल के रास्ते उसी दिन आधार शिविर तक पहुंचा जा सकता है। ऐसे में पहलगाम आधार शिविर से बालटाल आधार शिविर तक पहुंचने में तीन दिन लगते है।

यात्रा पर अब तक जत्थे में रवाना हुए श्रद्धालु

29 जून :

  • बालटाल : 1140
  • पहलगाम : 3750

30 जून :

  • बालटाल : 1671
  • पहलगाम : 4100

पहली जुलाई :

  • बालटाल : 2309
  • पहलगाम : 4131

दो जुलाई :

  • बालटाल : 1940
  • पहलगाम : 4173

तीन जुलाई :

  • बालटाल : 2618
  • पहलगाम : 6155

चार जुलाई :

  • बालटाल : 2895
  • पहलगाम : 4381 

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