राजनीतिक हलचल के बीच उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह भी दिल्ली रवाना
पीडीपी के वरिष्ठ नेता डॉ. हसीब द्राबू को मंत्रिमंडल से निकालने जाने के बाद सियासी सरगर्मियों में तेजी के चलते डॉ. निर्मल सिंह भी दिल्ली रवाना हो गए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भाजपा हाईकमान को जम्मू कश्मीर के राजनीतिक हालात की जानकारी देने दिल्ली पहुंचे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा व संगठन महामंत्री अशोक कौल ने बुधवार को राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के साथ बैठक की।
पीडीपी के वरिष्ठ नेता डॉ. हसीब द्राबू को मंत्रिमंडल से निकालने जाने के बाद सियासी सरगर्मियों में तेजी के चलते राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह भी दिल्ली रवाना हो गए। वह वीरवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिल सकते हैं।द्राबू को निकाले जाने के बाद महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में पीडीपी के कोटे से एक और कैबिनेट मंत्री बनाने की जगह बन गई है।
ऐसा उस समय हुआ है जब भाजपा मंत्रिमंडल में शामिल अपने कुछ नेताओं को बदलने पर गंभीरता से गौर कर रही है।इस बीच, दिल्ली पहुंचे भाजपा नेताओं की राम माधव से हुई बैठक में द्राबू को मंत्रिमंडल से बाहर निकालने से उपजे हालात, गठबंधन के कामकाज जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया।जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी सरकार के गठन व उसके बाद दोनों पार्टियों में कभी भी मुश्किल आने के बाद राम माधव व द्राबू स्थिति संभालने में जुट जाते थे।
अब द्राबू को निकालने से दोनों पार्टियों के बीच समन्वय बनाने का एक माध्यम समाप्त हो गया है।भाजपा नेताओं की बैठक में जम्मू संभाग में सरकार के फैसलों से भाजपा को आ रही मुश्किलों पर भी बात हुई। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार राम माधव ने जोर दिया कि प्रदेश भाजपा सरकार में अपना हिस्सा लेने के साथ आधार क्षेत्र में लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए भी कार्रवाई करे। बैठक में उठे मुद्दों में हीरानगर के रसाना में बच्ची की हत्या के मामले की सीबीआइ जांच की मांग, गुज्जरों के अवैध कब्जे न छेड़ने के सरकारी निर्देशों व राजौरी में नौशहरा को जिला बनाने की मांग पर आंदोलन मुख्य थे।
इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा ने जागरण को बताया कि बैठक में पार्टी व सरकार के कामकाज संबंधी मुद्दों को लेकर विमर्श किया गया। इस दौरान कई संगठनात्मक मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अलबत्ता, प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की व्यस्तता के कारण उनसे नहीं मिल पाए। दोनों नेता वीरवार को राज्य लौट आएंगे।