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Jammu Kashmir: सभी डिग्री कालेजों काे नैक की मान्यता दिलाने के लिए सक्रिय हुआ उच्च शिक्षा विभाग

नैक यूजीसी की एक स्वतंत्र बाडी है जो कालेजों काे ग्रेड देती है। जम्मू कश्मीर में काॅलेजों की संख्या 170 से अधिक है लेकिन नैक से मान्यता हासिल करने वालों की संख्या आधी भी नहीं है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 11:06 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 11:06 AM (IST)
Jammu Kashmir: सभी डिग्री कालेजों काे नैक की मान्यता दिलाने के लिए सक्रिय हुआ उच्च शिक्षा विभाग
Jammu Kashmir: सभी डिग्री कालेजों काे नैक की मान्यता दिलाने के लिए सक्रिय हुआ उच्च शिक्षा विभाग

जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के मकसद से सभी डिग्री कालेजों को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद( नैक) की मान्यता दिलाने के प्रयास होंगे। इस के लिए उच्च शिक्षा विभाग एक मुहिम के तहत काम करेगाा। विभाग के आयुक्त सचिव तलत परवेज रोहेल्ला ने कहा है कि सभी कालेज नैक से मान्यता हासिल करने के लिए अपने आप को तैयार करें। जो कालेज नैक से मान्यता प्राप्त है वो अपने ग्रेड में सुधार लाए।

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हमारा मकसद यह है कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाई जाए। इस सिलसिले में जम्मू और श्रीनगर में होगी कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी जिनमें प्रिंसिपलों को बताया जाएगा कि वे काॅलेजों में बुनियादी ढांचे से लेकर अन्य कमियों को पूरा करने के लिए किस तरह से कदम उठाएं। विभाग इसके लिए हर संभव सहयोग देगा। कालेजाें में बुनियादी सुविधाओं से लेकर अध्यापकों की संख्या, अध्यापकों की ट्रेनिंग से लेकर हर पहलू पर विचार विमर्श करने के बाद ही नैक से मान्यता मिलती है।

नैक यूजीसी की एक स्वतंत्र बाडी है जो कालेजों काे ग्रेड देती है। जम्मू कश्मीर में काॅलेजों की संख्या 170 से अधिक है, लेकिन नैक से मान्यता हासिल करने वालों की संख्या आधी भी नहीं है। इसमें पिछले साल खोले गए नए 52 डिग्री कालेज ही नहीं बल्कि एक डेढ़ दशक पहले स्थापित कालेज भी नैक से मान्यता हासिल नहीं कर पाए है। हालांकि समय समय पर जम्मू यूनिवर्सिटी और कश्मीर यूनिवर्सिटी ने प्रिंसिपलों के साथ बैठकें की थी और कार्यशालाएं भी आयोजित की गई ताकि जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा का स्तर बढ़ाया जाए।

राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के तहत कालेजों और यूनिवर्सिटी को पर्याप्त धनराशि हासिल होती है ताकि वे विस्तार कर सकें। आधुनिक सुविधाएं हासिल कर पाए लेकिन इसके लिए नैक की मान्यता जरूरी है। इसे देखते हुए भी उच्च शिक्षा विभाग ने सक्रियता को बढ़ा दिया है। बताते चले जम्मू यूनिवर्सिटी को रूसा के तहत एक सौ करोड़ रूपये मंजूर हुूए है जिसमें से 33 करोड़ की पहली किश्त जारी भी हाे चुकी है।


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