केंद्रीय विवि के वीसी के खिलाफ जांच की मांग
केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के वीसी प्रो. अशोक ऐमा के खिलाफ अनियमितताओं और भाई-भतीजावाद के आरोपों के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के वीसी प्रो. अशोक ऐमा के खिलाफ अनियमितताओं और भाई-भतीजावाद के आरोपों के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। पैंथर्स पार्टी के बाद अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी वीसी के खिलाफ जांच की मांग की है। विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सचिव मुकेश मन्हास ने आरोप लगाया कि केंद्रीय विवि के वीसी ने प्रशासनिक अनियमितता करने के साथ साथ अपने पद का दुरुपयोग भी किया। मन्हास ने कहा कि वीसी अशोक ऐमा पर कई तरह के गंभीर आरोप लग रहे हैं, जिसमें सैनिक कालोनी में बिना अनुमति के 36 मरला जमीन पर पांच करोड़ रुपये की लागत से मकान तैयार किया जा रहा। केंद्रीय विवि में विकास के लिए केंद्र सरकार ने करोड़ों रुपये भेजे थे, लेकिन कैंपस में निर्माण का काम बहुत धीरे से चलता रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि विवि में अध्यापकों के पद भरने में रोस्टर को तब्दील कर दिया गया। एसएससी, एसटी और ओबीसी पदों को गैर आरक्षित पदों में तब्दील कर दिया गया। भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया गया। नियमों को ताक पर रखकर काम किया गया।
मन्हास ने कहा कि हमारी मांग है कि विवि में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच करवा कर सच्चाई को सामने लाया जाए। इससे पहले पैंथर्स पार्टी के प्रांतीय प्रधान राजेश पडगोत्रा ने भी केंद्रीय विवि के वीसी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि सैनिक कालोनी में वीसी बिना संबंधित एजेंसी के मकान बना रहे हैं। उन्होंने विवि में रोस्टर की अनदेखी और भाई भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। बताते चलें कि केंद्रीय विवि जम्मू के वीसी प्रो. अशोक ऐमा का वीसी का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। कोरोना से उपजे हालात के बीच नए वीसी की नियुक्ति टली हुई है। नए वीसी की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी का गठन हो चुका है।