Ladakh: लद्दाख पहुंचे रक्षामंत्री, भारत-चीन सीमा पर तैनात स्पेशल फोर्स ने दिखाई मारक क्षमता
दो दिवसीय दौरे पर आए राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीनी सैनिकों का मुंहतोड़ जवाब देते घायल हुए सेना के जवानों का हौंसला भी बढ़ाएंगे।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में चीन को मुहंतोड़ जवाब देने के लिए तैयार खड़ी भारतीय सेना की मारक क्षमता का आंकलन किया। प्रधानमंत्री के बाद अब रक्षामंत्री के अपने बीच पहुंचने से उत्साहित सेना की स्पेशल फोर्स के जवानों ने पूर्वी लद्दाख्र में दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए अपनी खूबियां का प्रदर्शन किया। इस दौरान पैराकमांडोज ने पैरा जंप कर दिखाया कि वे किस तरह से दुश्मन के इलाके में रात के अंधेरे में अचानक हमला कर उसकी कमर तोड़ सकते हैं।
लद्दाख में रक्षामंत्री ने चौदह हजार फीट की उंचाई पर लद्दाख के अग्रिम स्टकना इलाके में युद्ध्अभ्यास स्थल पर सेना की दुश्मन को कड़ा जवाब देने के लिए सेना के बेड़े में शामिल किए गए नई तोपों, टैंकों के साथ आधुनिक हथियारों को भी परखा। सेना की आमर्ड रेजीमेंटों ने टैंकों व वायु सेना के विमानों की गड़गड़ाहट के बीच चीन को संदेश दिए कि भारतीय सेना उसे कहीं अधिक मजबूत है। रक्षामंत्री ने सेना को तिली लाइट मशीन गन को उठाकर निशाना भी साधा।
रक्षामंत्री शुक्रवार सुबह लेह पहुंचने के बाद सीधे स्टकना के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए। उनके साथ सीडीएस प्रमुख जनरल बिपिन रावत, थलसेना प्रम़ुख जनरल एमएमए नरवने, सेना की उत्तरी कमान, लद्दाख की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की चौदह कोर के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 17 जुलाई से दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं।
दो दिवसीय दौरे पर आए राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीनी सैनिकों का मुंहतोड़ जवाब देते घायल हुए सेना के जवानों का हौंसला भी बढ़ाएंगे। इसके साथ वह सेना की उत्तरी कमान की चौदह कोर के मुख्यालय में सेना अधिकारियों से बैठक करने के साथ देश की सरहदों की रक्षा कर रहे सेना के जवानों से भी मिलेंगे।
गलवन में हिसंक झड़प से उपजे हालात का जायजा लेने के लिए रक्षामंत्री को पहले 3 जुलाई को लद्दाख आना था। अचानक प्रधानमंत्री का लद्दाख दौरा तय हो जाने के कारण रक्षामंत्री के लद्दाख आने का कार्यक्रम टल गया था। दौरे के दूसरे दिन रक्षामंत्री कश्मीर के सुरक्षा हालात के बारे में भी जानकारी लेंगे। इस समय कश्मीर में आतंकवादियों पर कड़े प्रहार कर स्थायी शांति कायम करने की कोशिशें जारी हैं।
रक्षामंत्री शनिवार को सेना की पंद्रह कोर मुख्यालय श्रीनगर में अधिकारियाें से बैठकें कर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई व गोलाबारी कर रहे पाकिस्तान को मुंहताेड़ जवाब देने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानेंगे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।