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सरहद पर सजी जवानों की कलाई पर राखियां

राज्य ब्यूरो, जीरो लाइन (सुचेतगढ़) : सरहद पर तैनात जवानों की कलाइयों पर राखियां बांधने के

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Aug 2018 02:22 AM (IST)Updated: Mon, 27 Aug 2018 02:22 AM (IST)
सरहद पर सजी जवानों  की कलाई पर राखियां
सरहद पर सजी जवानों की कलाई पर राखियां

राज्य ब्यूरो, जीरो लाइन (सुचेतगढ़) : सरहद पर तैनात जवानों की कलाइयों पर राखियां बांधने के लिए दैनिक जागरण और नई दुनिया के भारत रक्षा रथ का सफर भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुचेतगढ़ स्थित आक्ट्राय पोस्ट पर थम गया। कानपुर और रायपुर से चले रथों का स्वागत करने के लिए सरहद पर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, जवान, स्कूलों के विद्यार्थी, स्टाफ सदस्य और गैर सरकारी संगठनों के सदस्य भी मौजूद थे। तिरंगे लिए बच्चों व अन्य ने भारत माता के जयकारों के बीच रथ का स्वागत किया। पूरा वातावरण देश भक्ति के गीतों से गूंज रहा था। जीरो लाइन पर देश भर से बहनों द्वारा रेशम के धागों में भेजे गए प्यार को जब सैनिकों की कलाइयों पर बांधा गया तो वे भावुक थे। रक्षाबंधन पर दैनिक जागरण की ओर से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत भारत रक्षा पर्व के उद्देश्यों के बारे में जानकारी देकर की गई। इसके बाद देश के विभिन्न स्कूलों से आई राखियां सीमा सुरक्षा बल की 78वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट अमोद कुमार को सौंपी। स्कूली छात्राओं ने पूरी परंपरा के साथ सीमा सुरक्षा बल के जवानों की कलाइयों पर राखियां बांधी। जवानों ने उन्हें बदले में आशीर्वाद और उपहार दिए। उन्होंने बच्चों द्वारा भेजे ग्री¨टग कार्ड भी देखे और संदेशों को पढ़ा। जीरो लाइन पर मौजूद महाराजा सूरज मल इंस्टीटयूट ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च रामपुर मुलानिया, सनशइन पब्लिक स्कूल, डोगरा पब्लिक हाई स्कूल के बच्चों और गैर सरकारी संगठन ग्लोबल ग्रीन पीस एंड एनवायरनामेंटल प्रोटेक्शन के सदस्यों ने जीरो लाइन पर सभी जवानों की कलाइयों पर राखियां बांधी। भावुक जवानों का कहना था कि यह ग्री¨टग कार्ड और राखियां देखकर उन्हें अहसास होता है कि वे अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर बेशक बैठे हुए हैं। मगर वे अकेले नहीं है। पूरे देश का प्यार उनके साथ है। हर साल राखी व अन्य त्योहारों पर इसी तरह से प्यार मिलता है। देश प्रेम को मिलता है बढ़ावा

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जीरो लाइन पर मौजूद सभी ने दैनिक जागरण के भारत रक्षा पर्व की सराहना की। उनका कहना था कि इस प्रकार के प्रयासों से देश भक्ति को बढ़ावा मिलता है। महाराजा सूरज मल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च रामपुर मुलानिया की ¨प्रसिपल गीता चौधरी ने कहा कि जवान सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों से रहकर सरहदों पर देश की रक्षा कर रहे हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से उन्हें अहसास होता है कि पूरा देश उनके साथ है। वहीं सनशाइन पब्लिक स्कूल के ¨प्रसिपल राजेश शर्मा और डोगरा पब्लिक स्कूल के ¨प्रसिपल किशोर शर्मा का कहना था कि भारत रक्षा पर्व हर साल मनाया जाता है। इसमें जिस प्रकार देश भर से बच्चों का प्यार अपने फौजी भाइयों के लिए देखने को मिलता है, वे सराहनीय है। गैर सरकारी संगठन ग्लोबल ग्रीन पीस एंड एनवायरनामेंटल प्रोटेक्शन के प्रधान वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि भारत रक्षा पर्व भाई और बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व है। बच्चे जिस प्रकार से सरहदों की रक्षा करने वालों को राखियां बांधते हैं, वे देश प्रेम की मिसाल है।


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