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Jammu Kashmir: बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वालों पर सख्ती शुरू, बड़ी ब्राह्महणा के सात औद्योगिक इकाइयों के बिजली कनेक्शन काटे

मंगलवार को बड़ी ब्राह्मणा में बिजली विभाग ने ऐसे लोगों के बिजली के कनेक्शन काटने का काम आरंभ कर दिए हैं जो कई बार चेतावनी के बावजूद भुगतान नहीं कर रहे हैं। चीफ इंजीनियर गुरमीत सिंह के निर्देश पर ईई पीडी सिंह ने टीम को लेकर कनेक्शन काटना शुरू किया।

By lokesh.mishraEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 05:49 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 05:49 PM (IST)
Jammu Kashmir: बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वालों पर सख्ती शुरू, बड़ी ब्राह्महणा के सात औद्योगिक इकाइयों के बिजली कनेक्शन काटे
बिजली के बकाये बिल का भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ विभाग ने मुहिम तेज कर दी है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : बिजली के बकाये बिल का भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ विभाग ने मुहिम तेज कर दी है। मंगलवार को उन औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो काफी समय से बिजली के किराये का भुगतान नहीं कर रहे थे। विभाग ने चेतावनी दी है कि बकाया का जल्द से जल्द भुगतान करें अन्यथा कनेक्शन काटे जाएंगे। इसी तरह घरों के कनेक्शन का बकाया भी भुगतान करने की चेतावनी विभाग ने जारी की है।

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मंगलवार को बड़ी ब्राह्मणा में बिजली विभाग ने ऐसे लोगों के बिजली के कनेक्शन काटने का काम आरंभ कर दिए हैं जो कई बार चेतावनी के बावजूद भुगतान नहीं कर रहे हैं। चीफ इंजीनियर डिस्ट्रीव्यूशन गुरमीत सिंह के निर्देश पर ईई पीडी सिंह ने अपनी टीम को लेकर कनेक्शन काटना शुरू किया।इस दौरान 7 औद्योगिक यूनिट के बिजली कनेक्शन काट दिए गए। पोस्ट आॅफिस में भी अब बिजली नहीं है। वहां का कनेक्शन भी काटा गया। सर्वेश्वर ओवरसीज विभाग का बकाया दस लाख रुपये है। जबकि ईएसएस, ईएमएम आइस फैक्टरी का बकाया 22.97 लाख रुपये है। जबकि एसीई इंजीनियर्स का बकाया 4.68 लाख रुपए है। इस तरह की और भी कई इकाइयों के बिजली के कनेक्शन काटे गए।

बिजली विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि लाखों बकाया रखने वालों पर विभाग ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बिना भुगतान किए कनेक्शन नहीं दिए जाएंगे।ऐसे बकायेदारों को पहले ही चेतावनी जारी की जा चुकी है। इसके बावजूद इन औद्योगिक यूनिटों के प्रबंधकों ने भुगतान करने की पहल नहीं की है। ज्ञात रहे कि वित्तीय वर्ष के आखिरी में इस तरह की कार्रवाई तेज हो जाती है। रिकवरी करने के लिए विभाग को सख्ती करना ही पड़ता है।


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