एके-47 से पत्नी की हत्या कर सीआरपीएफ कर्मी ने खुद को भी मारी गोली
जागरण संवाददाता जम्मू शहर से करीब बीस किलोमीटर दूर घरोटा के गोर गांव में घरेलू क
जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर से करीब बीस किलोमीटर दूर घरोटा के गोर गांव में घरेलू कलह में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कांस्टेबल ने ससुराल जाकर अपनी सर्विस राइफल (एके-47) से पहले पत्नी की हत्या की और उसके बाद खुद को भी गोली मार कर जान दे दी। गोली की आवाज सुनकर कांस्टेबल की पत्नी की बहन कमरे में आई तो उसके पांव में भी गोली लग गई। घरोटा पुलिस ने मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
ज्यौड़ियां का रहने वाला और बनतालाब सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में तैनात कांस्टेबल मदन सिंह चिब इन दिनों घरोटा में रह रहा था। वह शनिवार देर रात ग्यारह बजे अपनी सर्विस राइफल लेकर गोर गांव में अपनी ससुराल पहुंचा। उसने अपनी पत्नी दीप्ति सिंह उर्फ ज्योति को जरूरी बात करने के लिए एक कमरे में बुलाया। ज्योति जैसे ही कमरे में पहुंची, कांस्टेबल ने अपनी सर्विस राइफल से उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। ज्योति को कुल चार गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी को गोली मारने के बाद कांस्टेबल ने खुद पर भी गोली चला दी। गोली चलने की आवाज सुन पर ज्योति देवी की बहन दीपू कुमारी उस कमरे की ओर दौड़ी। मदन सिंह ने खुद पर जो गोली चलाई, उनमें से एक गोली दीपू के पांव में लगी। परिजनों ने तुरंत घरोटा पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंचे फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी कर्मियों ने सबूत जुटाए। डॉक्टरों के बोर्ड ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया। एसएचओ घरोटा महेश शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में पति-पत्नी में घरेलू कलह चल रही थी, जिसके चलते ज्योति देवी अपने पिता के घर रहने के लिए आ गई थी। पत्नी की हत्या करने की मंशा से ही कांस्टेबल अपनी सर्विस राइफल साथ लेकर आया था। ---
वारदात में सर्विस राइफल के प्रयोग होने के मामले में सीआरपीएफ ने दिए जांच के निर्देश
सीआरपीएफ के प्रवक्ता सुखनंदन ने बताया कि किसी भी जवान को ड्यूटी समाप्त होने पर अपनी सर्विस राइफल को सेंटर में जमा करवाना पड़ता है। ऐसे में कांस्टेबल मदन सिंह किन परिस्थितियों में ड्यूटी के बाद अपनी सर्विस राइफल साथ ले गया, इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कह पाना संभव होगा।