मोदी अाने के जोश में किसानों ने कुर्बान कर दी खड़ी फसल
प्रधानमंत्री 28 मार्च को जम्मू जिले के सीमावर्ती अखनूर के निकट डूमी मालपुर में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए आ रहे हैं। वैसे तो डूमी रायपुर दौमान विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है लेकिन यह अखनूर से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर है।
जम्मू, [ विवेक सिंह ]। पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज्य दौरे का जोश कुछ इस कदर सिर चढ़ कर बोला कि किसानों ने उनके रैली स्थल को बढ़ा करने के लिए खेतों में खड़ी फसल समय से पहले ही काट दी।
प्रधानमंत्री 28 मार्च को जम्मू जिले के सीमावर्ती अखनूर के निकट डूमी मालपुर में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए आ रहे हैं। वैसे तो डूमी रायपुर दौमान विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है लेकिन यह अखनूर से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर है। यह तय है कि उनकी रैली में गांव का मैदान छोटा पड़ जाएगा। ऐसे में मैदान से सटे खेतों में किसानों ने खड़ी फसल को काट दिया। सामान्य हालात में गेंहु की यह फसल अगले महीने तैयार होनी थी। मामला देश के पीएम के आने का था ऐसे में किसानों ने एक ही दिन में कई एकड़ जमीन से फसल काटकर रैली स्थल काे इतना बढ़ा बना दिया कि उसमें एक लाख से अधिक लोग एक साथ समा जाएं।
रैली स्थल से लगती अपी जमीन पर किसान कालू राम, कुलदीप कुमार व राकेश कुमार के लिए एक ही दिन में कई एकड़ जमीन पर फसल काटना संभव नही था। ऐसे हालात में गांववासी मदद करने के लिए आ गए। सबने मिलकर अभियान चलाकर इस फसल को शाम तक काट दिया। फसल काट रहे ग्रामीणों का जोश देखते ही बनता था। मामला देश के प्रधानमंत्री के आने का था, ऐसे में किसी ने भी फसल काटने के लिए कोई परिश्रामिक भी नही लिया। इस जोश को देखकर भाजपा नेताओं का उत्साहित होना स्वाभाविक था।
देश के प्रधानमंत्री लोगों के लिए क्या कुछ कर रहे हैं। यह तो सिर्फ फसल है, फिर उग जाएगी। उनके लिए सिर्फ फसल ही नही हम, हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। यह कहना है किसान कुलदीप कुमार का। अपने खेत से फसल काट रहे कुलदीप कुमार ने बताया कि जब से लोगों को पता चला कि मोदी आ रहे हैं तो लोगों बहुत जोश में हैं। उन्होंने बताया कि फसल काटने के लिए आए लोगों ने इस काम के लिए एक भी पैसा नही लिया। उन्होंने बताया कि कच्ची फसल मवेशियों के चारे के काम आ जाएगी। उन्होंने कहा कि फसल तो अगले साल फिर उग जाएगी लेकिन यह जरूरी नही कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोबारा उनके गांव में लोगों के बीच आएं। इस बार हमे मौका मिला है, अगली बार किसी ओर गांव का मौका मिलेगा।
इसी बीच रैली स्थल पर तैयारियां भी रविवार को जोर पकड़ गई। भाजपा नेताओं के साथ जिला प्रशासन, पुलिस के अधिकारियों ने भी रैली स्थल का दौरा किया। मैदान में कुर्सियां लगाने की मुहिम भी रविवार को जोर पकड़ गई।