कोरोना मामले में हर निर्देश का सख्ती से पालन करवाए प्रशासन : हाईकोर्ट
जम्मू-कश्मीर व लद्दाख हाईकोर्ट ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए समय-समय पर जारी हो रहे आदेशों-निर्देशों का सख्ती से पालन करवाने का आदेश दिया है।
जेएनएफ, जम्मू: जम्मू-कश्मीर व लद्दाख हाईकोर्ट ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए समय-समय पर जारी हो रहे आदेशों-निर्देशों का सख्ती से पालन करवाने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच में चीफ जस्टिस गीता मित्तल व जस्टिस सिधु शर्मा ने केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के प्रशासन को ट्रेवल हिस्ट्री बताने व आइसोलेशन समेत सभी एहतियाती कदमों को लेकर जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए है। बेंच ने कहा कि इनका पालन न करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए उचित प्रबंध करने की मांग को लेकर दायर इस जनहित याचिका में सुनवाई के दौरान भारत संचार निगम लिमिटेड के चीफ जनरल मैनेजर भी पेश हुए। पिछली सुनवाई के दौरान बेंच ने उन्हें पेश होने का निर्देश दिया था। बीएसएनएल की ओर से एडवोकेट रविद्र गुप्ता ने अनुपालन रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया कि दो जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड में वीडियो कांफ्रेंसिग सुविधा के लिए उन्हें फाइबर से जोड़ना है और बीएसएनएल ने इस पर होने वाले खर्च का आंकलन समाज कल्याण विभाग को भेजा है। विभाग ने ब्राडबैंड से वीडियो कांफ्रेंसिग सुविधा शुरू करने की सलाह दी है लेकिन ब्राडबैंड पर भरौसा नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें कई बार तकनीकी खराबी आ जाती है। इस पर बेंच ने विभाग को प्रस्ताव पर दोबारा गौर करने व दो सप्ताह में निर्णय लेने का निर्देश दिया।
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लॉकडाउन का पालन करें लोग
जम्मू : जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट अभिनव शर्मा ने जम्मूवासियों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए यह काफी जरूरी है। शर्मा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आंकड़े बताते है कि दुनिया में पहले एक लाख संक्रमित लोग 67 दिनों में सामने आए, दूसरे एक लाख लोग 11 दिनों में और अगले एक लाख लोग मात्र चार घंटों में। यह बताता है कि कोरोना वायरस कम्यूनिटी फेस में किस तेजी से तबाही मचाता है। शर्मा ने कहा कि अगर भारत में यह कम्यूनिटी फेस में फैल गया तो भारी तबाही मचाएगा जिसे रोक पाना आसान नहीं होगा। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संकट में कमान अपने हाथ में ली है और 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया जिसका लोगों से समर्थन किया। अब अगर सरकार ने लॉकडाउन किया है तो इसका विशेष महत्व है क्योंकि कोरोना को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिग काफी महत्वपूर्ण है, लिहाजा लोग इसका गंभीरता से पालन करें।