काेरोना ने क्लस्टर और जम्मू विश्वविद्यालयों में अकादमिक प्रबंधन पर नियुक्तियों के कदम रोके
Coronavirus Effect क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू के अधीन जम्मू के पांच कालेज आते है जिसमें साइंस कालेज मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज महिला कालेज गांधी नगर गवर्नमेंट कालेज आफ एजूकेशन जम्मू शामिल है। इन कालेजों में अकादमिक प्रबंधन पर नियुक्तियां की जानी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: कोरोना ने कालेजों और जम्मू विश्वविद्यालय में अकादमिक प्रबंधन पर होने वाली नियुक्तियों के कदम रोक दिए हैं। इस समय जम्मू कश्मीर में पंद्रह मई तक सारे शिक्षण संस्थान बंद है। क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू और जम्मू विश्वविद्यालय ने अकादमिक प्रबंधन पर टीचिंग असिस्टेंट के पद निकाले थे।
इन पदों को भरा नहीं जा सका है। क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू ने असिस्टेंट प्रोफेसर और टीचिंग असिस्टेंट के पदों के लिए 21 मई तक आवेदन की तिथि को बढ़ा दिया है। विश्वविद्यालय हर साल कांट्रेक्ट के आधार पर नियुक्तियां करते है ताकि पढ़ाई को सुचारू बनाया जा सके क्योंकि स्थायी पदों की संख्या कम है। वहीं जम्मू विश्वविद्यालय ने लेक्चररों और टीचिंग असिस्टेंट पदों के लिए पहले ही अंतिम तिथि को दस मई तक बढ़ा दिया है।
क्लस्टर विश्वविद्यालय जम्मू के अधीन जम्मू के पांच कालेज आते है जिसमें साइंस कालेज, मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज, महिला कालेज गांधी नगर, गवर्नमेंट कालेज आफ एजूकेशन जम्मू शामिल है। इन कालेजों में अकादमिक प्रबंधन पर नियुक्तियां की जानी है। जम्मू संभाग के डिग्री कालेजों में भी हर साल अकादमिक प्रबंधन पर टीचिंग असिस्टेंट की नियुक्तियां की जाती है। छह सौ से अधिक नियुक्तियां कांट्रेक्ट पर होती है।
जम्मू विश्वविद्यालय अपने पोस्ट ग्रेजुएट विभागों में एक सौ से अधिक नियुक्तियां करता है। कोशिश होती है कि नया अकादमिक सत्र शुरू होने से पहले ही नियुक्तियां कर ली जाएं मगर इस बार यह संभव नहीं है। कोरोना का लॉकडाउन बढ़ने की संभावना है। ऐसे में दोनों विश्वविद्यालय तिथियों को बढ़ाते जा रहे है ताकि उम्मीदवारों को आवेदन के लिए समय मिल सके और समय भी बीत जाए।
इस समय आन लाइन कक्षाएं ही चलाई जा रही है। विश्वविद्यालयों में पिछले साल की गई अकादमिक नियुक्तियां का समय भी जून जुलाई में समाप्त हो जाता है और इससे पहले नए साल की नियुक्तियां की जाती है। अब विश्वविद्यालय आन लाइन नियुक्तियां करते है या कोई और कदम उठाते है, इसका फैसला नहीं हो पाया है।