कोरोना वायरस: हवाई अड्डों पर विशेष निगरानी, चीन-नेपाल से आने वाले यात्रियों की जांच के निर्देश
जम्मू-कश्मीर के सभी डिप्टी कमिश्नरों को सलाह दी गई है कि किसी भी संदिग्ध मामलों से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर लें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कई देशों में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जम्मू कश्मीर प्रशासन भी सतर्क हो गया है। राज्य प्रशासन ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन, नेपाल और अन्य देशों से हवाई मार्ग से आने वाले यात्रियों की जांच के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने कहा कि जिन देशों में इस वायरस की पुष्टि हुई है, विशेषकर वहां से आने वालों की निगरानी की जाए। कोई भी संदिग्ध मरीज नजर आने पर तत्काल चिकित्सा मुहैया करवाई जाए, ताकि यहां वायरस फैलने से रोका जा सके। 2019-एनसीओवी नामक कोरोना वायरस चीन में फैल रहा है और अब कई अन्य देशों में पहुंच गया है।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल ढुल्लू की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में वायरस फैलने से रोकने के लिए पूरी कार्ययोजना बनाई गई। श्रीनगर और जम्मू में राज्य निगरानी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। रेलवे स्टेशनों व हवाई अड्डों पर संदिग्ध रोगियों की जांच के अलावा सभी जिला प्रशासन को जागरूक करने का आदेश व चिकित्सा के पूरे प्रबंध करने को कहा गया है।
बैठक में वित्तीय आयुक्त ने कहा कि बीमारी के लक्षणों वाले यात्रियों की पहचान करने के लिए एयापोर्ट पर पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के सभी डिप्टी कमिश्नरों को सलाह दी गई है कि किसी भी संदिग्ध मामलों से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर लें। रैपिड रिस्पांस टीमों को नामित करने के साथ निगरानी, प्रयोगशाला निदान की क्षमता और आइसोलेशन वार्डों को चिह्नित करने को भी कहा गया है।
संदिग्ध मरीजों के नमूने लेकर तुरंत जांच को भेजें :
बैठक में कहा गया कि जम्मू और श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों, शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सौरा) और अन्य जिलों में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जाएंगे, जहां डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की एक विशेष टीम का गठन किया जाएगा और तदनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा। बैठक में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जम्मू और श्रीनगर में अनुसंधान इकाइयों को सक्रिय करने और संदिग्ध मामलों के नमूने तुरंत लेकर उन्हें पुष्टि के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल को भेजने के निर्देश जारी किए गए। साथ ही ङ्क्षप्रट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से अस्पताल परिसर, हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर जागरूकता फैलाई जाए।
एन-95 मास्क सहित अन्य स्टॉक रखें, डॉ. शफकत को बनाया नोडल अधिकारी :
वित्तीय आयुक्त ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों, एन-95 मास्क और अन्य लॉजिस्टिक व्यवस्थाओं की सूची तैयार रखें और इनके बफर स्टॉक को भी बनाए रखा जाए। वित्तीय आयुक्त के विशेष अधिकारी डॉ. शफकत खान को बीमारी फैलने के संबंध में सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर में विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों के साथ समन्वय करने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है।
बैठक में निदेशक स्वास्थ्य सेवा जम्मू डॉ रेणु शर्मा, निदेशक न्यू मेडिकल कॉलेज जेएंडके डॉ. यशपाल शर्मा, ङ्क्षप्रसिपल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, जम्मू डॉ. सुनंदा रैना, संयुक्त निदेशक मदन लाल और अधिकारी उपस्थित थे। निदेशक स्वास्थ्य सेवा कश्मीर डॉ समीर मट्टू, निदेशक स्किम्स, डॉ. एजी अहंगर, ङ्क्षप्रसिपल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज श्रीनगर डॉ. परवेज शाह और अन्य कश्मीर स्थित अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में भाग लिया।
श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टीम तैनात :
जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर में ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसमें दुबई और हज के दौरान साउदी अरब से सीधे फ्लाइट आती हैं। इस समय किसी भी देश से सीधे फ्लाइट नहीं आ रही है। मगर एहतियात के तौर पर मंगलवार को यहां पर डाक्टरों की एक टीम तैनात की गई है। टीम को हर आने जाने पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर डॉ. समीर मट्टू का कहना है कि श्रीनगर एयरपोर्ट पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।