पांच दिन की बच्ची सहित 178 संक्रमित, एक की मौत
जम्मू कश्मीर में अब रोजाना संक्रमण के 150 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को भी 178 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें पांच दिन और ढाई महीने के दो बच्चे पांच डॉक्टर 15 सुरक्षाबलों के जवान और सात गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर में अब रोजाना संक्रमण के 150 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को भी 178 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें पांच दिन और ढाई महीने के दो बच्चे, पांच डॉक्टर, 15 सुरक्षाबलों के जवान और सात गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। इन्हें मिलाकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 3324 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी हैं। इस बीच, एक मरीज की मौत भी हो गई। अब तक प्रदेश में मरने वालों की संख्या 36 हो गई है। अच्छी खबर यह है कि 38 मरीज स्वस्थ्य होकर घरों के लिए रवाना हो गए। अब तक 1086 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शुक्रवार को कुल 178 मरीज आए। इनमें 70 जम्मू संभाग और 108 कश्मीर संभाग से हैं। जम्मू जिले के आठ मामलों में सात सुरक्षाबलों के जवान हैं, जबकि एक मामला जम्मू के मनवाल क्षेत्र का है। संक्रमित क्रेन का ड्राइवर है। यह सभी पहले से ही क्वारंटाइन में थे। वहीं, ऊधमपुर जिले में आए 26 मामलों में 13 बाहर से आए हैं। ऊधमपुर जिले के मामलों में दो लड्डन, तीन जखैनी, एक ऊधमपुर, एक बटल, एक रठियान, एक रामनगर, दो मजालता और आठ पुलिस व सुरक्षाबलों के जवान शामिल हैं। वहीं कठुआ के 11 मामलों में पांच बिलावर, तीन बसोहली, एक कठुआ का है। संक्रमितों में एक ढाई महीने की बच्ची भी पॉजिटिव आई। कठुआ की रहने वाली यह बच्ची श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में भर्ती थी। उसके होंठ फटे थे और उसकी सर्जरी होनी थी, लेकिन सर्जरी से पहले जैसे ही उसके टेस्ट करवाए गए, वह भी पॉजिटिव आई। इसके बाद उसे पहले गांधीनगर अस्पताल और बाद में राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया गया। वहीं बच्ची के टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद सात डॉक्टरों सहित पंद्रह स्टाफ सदस्यों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। इन सभी के सैंपल लेकर जांच करवाई जाएगी।
वहीं कश्मीर के 108 मामलों में छह अनतंनाग, 22 श्रीनगर, दो कुलगाम, 13 कुपवाड़ा, सात बारामुला, 42 शोपियां, चार बांडीपोरा, नौ बड़गाम, दो पुलवामा और एक गांदरबल का है। इन मामलों में 64 मामले सीडी अस्पताल श्रीनगर की लेबोरेटरी से संक्रमित आए हैं। इनमें पांच डाक्टर और सात गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। पांच डाक्टरों में तीन श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल के हैं। वहीं दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के गांव चादर से पांच दिन की बच्ची पॉजिटिव आई है। यह जम्मू-कश्मीर में अब तक की सबसे कम उम्र की मरीज है। इससे पहले बीस दिन की एक बच्ची पॉजिटिव आई थी। क्षेत्र के बीएमओ डा. अब्दुल गनी ने भी इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि बच्ची को कोई भी लक्षण नहीं थे। दोनों मां और बेटी के टेस्ट हुए थे। इस बीच श्रीनगर के बटमालू में भर्ती एक महिला की मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को 38 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी हो गई है। इनमें एक कुलगाम, 21 शोपियां, 11 जम्मू, चार कठुआ और एक किश्तवाड़ का है।
लद्दाख में कोरोना से तीन और लोग संक्रमित
राज्य ब्यूरो, जम्मू : लद्दाख में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए। इनमें से एक लेह व दो कारगिल जिले से हैं। लद्दाख के स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सचिव रिगजिन सैंफल ने बताया कि शुक्रवार को 97 सैंपलों की रिपोर्ट में से तीन पॉजिटिव आए हैं। लद्दाख में अब तक करीब 10 हजार सैंपलों की जांच हो चुकी है। इनमें से 97 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। कोरोना से लद्दाख में एक मौत भी हुई है। इनमें से 48 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। गत सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री पी नांग्याल के निधन के बाद सैंपलों की जांच में तेजी आई। इसके बाद लद्दाख में चार दिन में 19 नए मामले सामने आए हैं। इसी बीच लेह के चुशोत में कोविड टेस्टिंग लैब शुरू होने के बाद अब तक 116 सैंपलों की जांच संभव हो पाई है। अभी भी अधिकतर सैंपलों को जांच के लिए दिल्ली भेजना पड़ रहा है। लेह में कोरोना संक्रमण सैंपलों की जांच करने की अधिकतम दैनिक क्षमता 50 से नीचे है। इस समय लद्दाख में करीब 2300 सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार है। लद्दाख में करीब 18 हजार लोगों को प्रशासनिक व होम क्वारंटाइन किया गया है। बाहर से लद्दाख आने वालों की स्क्रीनिग करने के बाद उनके टेस्ट करवाए जा रहे हैं। अब 200 बिस्तरों वाले जच्चा बच्चा अस्पताल मेंभर्ती होंगे मरीज
राज्य ब्यूरो, जम्मू: गांधीनगर अस्पताल के ओपीडी कांप्लेक्स के सामने बने 200 बिस्तरों वाले जच्चा बच्चा अस्पताल को भी कोविड अस्पताल बनाया गया था, लेकिन इस अस्पताल में अभी तक कोरोना का कोई भी मरीज भर्ती नहीं था। जम्मू में मरीज सिर्फ सीडी अस्पताल और गांधीनगर अस्पताल में ही भर्ती हो रहे थे। लेकिन जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए अब इस अस्पताल में भी मरीजों को भर्ती करने के लिए काम चल रहा है। यहां पर पहले से ही स्टाफ सदस्यों को नियुक्त कर दिया गया है। यह बिल्कुल नया अस्पताल है। इसका अभी उद्घाटन होने का इंतजार था लेकिन जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े तो इस अस्पताल में भी बिस्तर लगाकर इसे कोविड अस्पताल बना दिया गया। यहां पर सुविधाओं में अब विस्तार किया जा रहा है। अतिरिक्त डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ भी नियुक्त कर दिया गया है। विशेषज्ञ डाक्टरों की एक टीम ने इस अस्पताल का निरीक्षण भी किया। यह अस्पताल भी अब जीएमसी प्रशासन के अधीन ही चलेगा।