डिग्री कॉलेज के लिए जगह तलाशने बिश्नाह पहुंचे कमिश्नर सेक्रेटरी
शिक्षा विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी डा. तलत परवेज रोहिल्ला शुक्रवार को बिश्नाह पहुंचे। दरअसल बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल की इमारत भी बेहद खस्ता हाल में है। दूसरी तरफ नगरोटा में डिग्री कॉलेज की इमारत के लिए संघर्ष समिति ने प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, बिश्नाह : वर्ष 2008 से बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल प्रांगण में चल रहे बिश्नाह के गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज की इमारत के लिए जगह की तलाश में शिक्षा विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी डा. तलत परवेज रोहिल्ला शुक्रवार को बिश्नाह पहुंचे। दरअसल, बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल की इमारत भी बेहद खस्ता हाल में है। दूसरी तरफ नगरोटा में डिग्री कॉलेज की इमारत के लिए संघर्ष समिति ने प्रदर्शन किया।
कमिश्नर सेक्रेटरी ने बिश्नाह में पहले डिग्री कॉलेज की हालत देखी और चिंता जताई। उसके बाद कॉलेज स्टाफ के साथ बिश्नाह के गांव चक मुरार पहुंचे, जहां पर उन्होंने कॉलेज की इमारत के लिए जमीन देखी। इस मौके पर उनके साथ चक मुरार के पूर्व सरपंच भगवान दास शर्मा व बीडीसी अध्यक्ष सुरजीत कुमार भगत भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग काफी समय से डिग्री कॉलेज बनाने के लिए जमीन की तलाश कर रहा है, जबकि चक मुरार में ऐसी जमीन उपलब्ध है, जिस पर डिग्री कॉलेज बनाया जा सकता है। आप जब चाहे शिक्षा विभाग हमसे बात कर जहां कॉलेज बना सकता है। इसके अलावा भी तलत परवेज रोहिल्ला ने क्षेत्र के गांव रेहाल का भी दौरा किया, लेकिन अभी तक यह निर्णय नहीं लिया गया है कि किस जगह पर जगह पर कॉलेज की इमारत बनेगी। अभी तक निर्णय नहीं ले पाए हैं, लेकिन मौजूदा डिग्री कॉलेज की हालत ऐसी है कि इसे देखने के बाद कमिश्नर सेक्रेटरी ने भी चिता जताई। हम बता दें कि 2008 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री मंगतराम शर्मा व पूर्व विधायक अश्विनी शर्मा ने बॉयज हायर सेकेंडरी में डिग्री कॉलेज खुलवाया था, तबसे उन्हें चार कमरों में डिग्री कालेज चल रहा है।
वहीं नगरोटा में डिग्री कॉलेज शुरू करने और वहां कॉलेज की इमारत के निर्माण को लेकर धरने पर बैठी नगरोटा संघर्ष समिति के समर्थन में स्थानीय लोग भी उरतने लगे हैं। शुक्रवार को इलाके के कई गणमान्य लोग भी धरने में शामिल हुए और उन्होंने सरकार से जल्द ही डिग्री कॉलेज बनाए जाने की मांग की।
समिति के सदस्यों का कहना है कि सरकार की ओर से अभी उन्हें कोई संतोषजनक जबाव नहीं मिला है। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त सचिव से भी इस मामले में जल्द निर्णय लेने की मांग की है।