Jammu Kashmir Weather Update: शीत लहर का प्रकोप जारी, जम्मू-श्रीनगर हाइवे खुला
देश को श्रीनगर से जोड़ने वाले 270 किलोमीटर लबे हाइवे पर जिला रामबन जिले के गंगरू-रामसू और मौम्पासी में सोमवार रात को भूस्खलन होने के कारण यातायात बाधित रहा।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-श्रीनगर और लद्दाख के अधिकांश हिस्सों में रात के तापमान लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हाल ही में हुई बर्फबारी व बारिश के कारण पूरा राज्य शीतलहर के प्रकोप में जकड़ा हुआ है। जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर स्थित रामसू इलाके में भूस्खलन के बाद वाहनों की आवाजाही घंटों बाधित रही। सुबह 9 बजे मलवा हटते ही हाइवे पर यातायात बहाल कर दिया गया परंतु सेना की कानवाइ को गुजरने की इजाजत दी गइ थी। ट्रैफिक विभाग का कहना है कि सेना की कानवाइ गुजरने के चलते दोपहर एक बजे तक किसी अन्य वाहन को वहां से गुजरने नहीं दिया गया।
दोपहर एक बजे सेना की कानवाइ गुजरने के बाद नागरिक छोटे वाहनों को गुजरने दिया गया जबकि शाम चार बजे के बाद बड़े वाहनों को भी छोड़ दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि हाइवे पर पूरी नजर रखी जा रही है। मलवा गिरने का खतरा अभी भी बना हुआ है। विभाग के जवान लोगों के सुरक्षित आवागमन को सूचित बनाने के लिए वहां तैनात हैं।
बर्फ से ढकी पहाड़ियों से चलती बर्फीली हवाओं ने केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अपनी आघोष में ले लिया है। जम्मू संभाग के कई इलाकों में सुबह निकले सूरज ने लोगों को कुछ हद तक राहत दी परंतु घाटी में अभी भी ठिठुरन ने जनजीवन को प्रभावित किया हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण कश्मीर के जिला पहलगाम में इस समय न्यूनतम तापमान - 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यही नहीं उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग का न्यूनतम तापमान -11.0 डिग्री सेल्सियस जबकि श्रीनगर का तापमान दो डिग्री गिरकर शून्य से -3.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। डल झील का पानी ही नहीं पहाड़ी इलाकों में बहने वाले झरने, तालाब, प्राकृतिक बावलियों का पानी भी अब जमने लगा है। इस सर्द मौसम में लोगों के लिए अपने घरों से बाहर निकला भी मुश्किल हो गया है।
श्रीनगर में भी आज सुबह कुछ समय के लिए सूरज ने दर्शन दिए। इससे लोगों को काफी राहत भी मिली। शुक्रवार को सीजन की तीसरी बर्फबारी के बाद यहां लगातार बढ़ रही ठंड ने लोगों को परेशान किया हुआ था। वहीं लद्दाख के लेह की बात करें तो वहां भी रात का तापमान शून्य से -12.0 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हालांकि जम्मू में तापमान में कुछ सुधार हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां इसके बावजूद यहां बहती सर्द हवाओं ने सुबह लोगों को घर के अंदर रहने के लिए मजबूर कर दिया।
डोडा जिले के भद्रवाह में भी तापमान -3.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जम्मू संभाग में यह सबसे सर्द जिला दर्ज किया गया। जिला रियासी के कटरा में माता वैष्णो देवी तीर्थ यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर में तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया।
वहीं ट्रैफिक विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि देश को श्रीनगर से जोड़ने वाले 270 किलोमीटर लबे हाइवे पर जिला रामबन जिले के गंगरू-रामसू और मौम्पासी में सोमवार रात को भूस्खलन होने के कारण यातायात बाधित रहा। मंगलवार को सुबह नौ बजे तक मलवे को हटा लिया गया था। परंतु आज सेना की कानवाइ जम्मू से श्रीनगर जाना था। उसे सुरक्षित गुजारने के लिए रामबन से दूसरे वाहनों की आवाजाही बंद रखी गइ थी। दोपहर एक बजे के करीब सेना के वाहन वहां से गुजरने के बाद निजी नागरिक वाहनों को वहां से गुजारा गया जबकि शाम चार बजे के बाद बड़े वाहनों को भी छोड़ दिया गया।