Jammu: इंस्पेक्टर की सूझबूझ से बची दिव्यांग की जान, जम्मू रेलवे स्टेशन पर आया था कार्डियक अटैक
गुप्ता ने उसे व्हील चेयर पर बिठाया और अपनी गाड़ी से जीएमीसी अस्पताल में ले गए। जीएमसी में कुछ घंटों के उपचार के बाद सनतनू मलिक ठीक है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कहते हैं कि हर किसी को प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग हो तो कई की जिंदगी बचाई जा सकती है। ऐसा ही कुछ जम्मू रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला जब एक इंस्पेक्टर की सूझबूझ ने दिव्यांग की जिंदगी को बचाने में अहम भूमिका अदा की।
यह घटना जम्मू रेलवे स्टेशन पर उस समय की है जब कोलकाता से आया दिव्यांग सनतनू मलिक पुत्र देवब्रत मलिक श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन कर वापस घर जाने की तैयारी कर रहा था। वह रेलवे स्टेशन में कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनाए गए हेल्प डेस्क के पास खड़ा था। अचानक उसे कार्डियक अटैक हुआ और वह वहीं पर गिर गया। इससे वहां पर खड़े सभी लोग घबरा गए। किसी को समझ नहीं आया कि क्या करें। उसी जगह पर सीआइडी इंस्पेक्टर सुनील गुप्ता भी खड़े थे। उन्होंने सनतनू का प्राथमिक उपचार शुरू किया। इससे उसे कुछ मिनट में ही होश आ गया।
गुप्ता ने उसे व्हील चेयर पर बिठाया और अपनी गाड़ी से जीएमीसी अस्पताल में ले गए। जीएमसी में कुछ घंटों के उपचार के बाद सनतनू मलिक ठीक है। सनतनू के परिजनों ने इंस्पेक्टर सुनील गुप्ता का आभार जताते हुए कहा कि उनके समय पर दिए गए प्राथमिक उपचार की वजह से उनका बेटा ठीक है। डाक्टरों ने जब सनतनू के स्वास्थ्य को बेहतर बताया तो परिजनों के चेहरे पर दिख रही चिंता खुशी में बदल गइ।