China से जासूसी का खतरा: मार्च के बाद सेना के जवान व अधिकारी चीनी मोबाइल का नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल
Chinese mobiles Ban after March जासूसी के खतरे को देखते हुए चीनी मोबाइल फोन बदलने का आदेश दिया गया है। मोबाइल फोन में मैलवेयर और स्पाईवेयर पाए जाने के मामले सामने आए जिसके बाद सेना ने आदेश जारी किया है।
गगन कोहली, राजौरी। Chinese mobiles Ban after March भारतीय सेना के जवान और अधिकारियों के साथ ही उनके परिवार के सदस्य भी अब चीन निर्मित मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में जारी एक आदेश में कहा गया है कि जवान, अधिकारी व उनके स्वजन चीनी कंपनियों के मोबाइल मार्च के अंत तक बदल लें।
सेना के मुख्यालय में भी बर्ती जाएगी सावधानी
साथ ही सेना के उच्चाधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी यूनिटों के कमान अधिकारियों को भी निर्देश जारी करें, ताकि वे अपने जवानों को इस संबंध में जागरूक कर सकें। यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सेना के मुख्यालय के अंदर और आसपास भी चीनी मोबाइल फोन की बिक्री नहीं होनी चाहिए, क्योंकि चीनी मोबाइल कंपनियों के मोबाइल फोन में मैलवेयर और स्पाईवेयर पाए जाने के मामले सामने आए हैं, जिससे आसानी से जासूसी की जा सकती है।
सैनिकों की जासूसी का शक
सूत्रों के अनुसार, मौजूदा समय में सेना के अधिकतर जवानों व अधिकारियों के साथ ही उनके स्वजन भी चीनी कंपनियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं। इन फोन के अंदर जो भी डाटा हो, इसे रीड किया जा सकता है। इससे पहले भी केंद्र सरकार कई चीनी मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा चुकी है और अब चीनी मोबाइल कंपनियों के मोबाइल फोन का उपयोग सेना के जवानों व अधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों को न करने का आदेश जारी किया गया है। यह देश की सुरक्षा के लिए काफी बेहतर कदम माना जा सकता है।