तीसरी आंख करेंगी हॉस्टलों की निगरानी, छात्र काफी समय से कर रहे थे मांग
प्रिंसिपल डा. सुनंदा रैना का कहना है कि सभी हाॅस्टलों के प्रवेश द्वारों सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। इसका मकसद हाॅस्टलों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाना है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। कई बार विवादों में रह चुके राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के हॉस्टल भी अब तीसरी आंख की नजर में रहेंगे। जीएमसी प्रशासन ने इन हॉस्टलों में क्लोज सर्किट कैमरे अर्थात सीसीटीवी लगाने शुरू कर दिए हैं। मेडिकल कालेज के तीन प्रमुख होस्टल हैं। दो अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट तथा एक लड़कियों का होस्टल है। इनमें तीन सौ से अधिक छात्र-छात्राएं रहती हैं। मगर अभी तक इनमें से किसी भी हॉस्टल में सीसीटीवी नहीं लगे थे। हॉस्टलों में रह रहे छात्र काफी समय से सीसीटीवी लगाने की मांग कर रहे हैं।
हॉस्टलों में कई बार हो चुके हैं लड़ाई-झगड़े
राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के हॉस्टलों में कई बार लड़ाई हुई और तनाव भी पैदा हुए। इनकी जांच करने में भी मुश्किल आती थी। परंतु अब सभी हॉस्टलों के मुख्य स्थलों पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। अंडर ग्रेजुएट होस्टल के प्रवेश द्वार और कैंटीन के बाहर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
प्रवेश द्वार सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर लगेंगे सीसीटीवी
जीएमसी की प्रिंसिपल डा. सुनंदा रैना का कहना है कि सभी हाॅस्टलों के प्रवेश द्वारों सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। इसका मकसद हाॅस्टलों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाना है। उन्होंने कहा कि छात्रों की भी यह मांग थी और इसी को देखते हुए यह प्रक्रिया शुरू की गई है। सीसीटीवी लगने के बाद कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा।
सुरक्षा कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई
अस्पतालों में सुरक्षा कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है। कुछ दिन पहले ही हॉस्टल में कुछ शरारती तत्वों ने माहौल को खराब करने का प्रयास किया था। परंतु जीएमसी प्रशासन ने स्थिति को संभाल लिया था। आए दिन बढ़ती इन घटनाओं को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का निर्णय लिया है।