JK Bank Scam: जेके बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष सहित तीन वरिष्ठ अफसरों पर केस दर्ज
ठेके के अलावा मुंबई की कंपनी को एटीएम की साफ-सफाई और उनमें सफाई कर्मियों को तैनात करने की अतिरिक्त फीस दी जा रही थी जो ठेके में शामिल नहीं थी। बैंक को छह करोड़ से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : नियमों को दरकिनार कर जम्मू कश्मीर बैैंक की ऑटोमेटिड टैलर मशीन (एटीएम) के रखरखाव का ठेका मुंबई की एक कंपनी को देने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर मामले दर्ज किए हैं। बैैंक के पूर्व उपाध्यक्ष परवेज अहमद, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सुरजीत सिंह, पूर्व सहायक उपाध्यक्ष फिरोज अहमद कालू के अलावा मुंबई की सिला साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक साहिल वोहरा और ऋषभ वोहरा को आरोपित बनाया है। वहीं, एसीबी ने पूर्व सहायक उपाध्यक्ष फिरोज अहमद के श्रीनगर के रैनावारी स्थित आवास पर छापा भी मारा और कुछ दस्तावेज कब्जे में ले लिए हैं।
आरोप है कि तत्कालीन बैंक अधिकारियों ने मिलीभगत कर सिला साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को नियमों को ताक पर रखकर छह करोड़ 29 लाख 56 हजार 575 रुपये का ठेका दिया था। जांच में यह कंपनी एटीएम के रखरखाव करने के मापदंडों खरा नहीं उतरती पाई गई। जांच में एसीबी अधिकारियों ने पाया कि बैंक के श्रीनगर मुख्यालय से वर्ष 2015 में एटीएम के रखरखाव का टेंडर जारी किया था, लेकिन टेंडर के शर्तों के आधार पर काम सौंपने के बजाय मुंबई की कंपनी को पिछले दरवाजे से काम सौंप दिया।
ठेके के अलावा मुंबई की कंपनी को एटीएम की साफ-सफाई और उनमें सफाई कर्मियों को तैनात करने की अतिरिक्त फीस दी जा रही थी, जो ठेके में शामिल नहीं थी। बैंक को छह करोड़ से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है। बैंक के पूर्व सहायक उपाध्यक्ष फिरोज के आवास पर एसीबी ने छापा मारा। कई अहम दस्तावेजों को जब्त कर जांच पड़ताल की जा रही है।