जम्मू के आरएसपुरा में कभी डाक्टर नहीं तो कभी मशीनें खराब
आए दिन सीमा पर गोलीबारी होती रहती है। ऐसे में इस अस्पताल में हर समय इलाज की सभी व बेहतर सुविधाएं होनी चाहिए पर जहां पर बुरा हाल है।
आरएसपुरा, संवाद सहयोगी। बेहतर इलाज की बड़ी उम्मीदों के साथ ग्रामीण क्षेत्र से इलाज के लिए सरकारी अस्पताल आने वाले मरीजों की उम्मीदों पर उस समय पानी फिर जाता है जब वहां पर उनको सुविधा नहीं मिलती है। कभी मशीनें खराब तो कभी डॉक्टर न होना। ऐसी हालत में मरीजों के पास सरकारी अस्पताल के बजाए निजी अस्तपाल से इलाज करवाने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचता।
आरएसपुरा का उप जिला अस्पताल का भी कुछ ऐसा ही हाल है। अस्पताल पर करीब क्षेत्र के दो सौ से अधिक गांव के मरीज उपचार के लिए निर्भर है। पर जहां पर पिछले काफी समय से आंख व ईएनटी के विशेषज्ञ डाक्टर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र से अपने उपचार के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी से दो चार होना पड़ता है। यही नहीं अपने उपचार के लिए उनको निजी अस्पताल का सहारार लेना पड़ता है। जिससे उनको काफी दिक्कत आती है। विशेषता गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। कांग्रेस नेता चौ मोहन सिंह का कहना है कि अस्पताल में अगर डाक्टर नहीं होंगे तो गरीब व्यक्ति का उपचार कैसे संभव होगा।
आरएसपुरा क्षेत्र एक सीमांत क्षेत्र है। आए दिन सीमा पर गोलीबारी होती रहती है। ऐसे में इस अस्पताल में हर समय इलाज की सभी व बेहतर सुविधाएं होनी चाहिए पर जहां पर बुरा हाल है। इधर अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीज सपना कुमारी ने बताया कि उसको आंख में कुछ परेशानी थी। अस्पताल पहुंचाने पर पता लगा कि डाक्टर नहीं है। अब इसकी जांच के लिए उसे जम्मू जाना पड़ेगा। कुमारी का कहना है कि राज्यपाल प्रशासन को चाहिए कि सीमांत क्षेत्र के इस अस्पताल पर ध्यान दे। इस संबंध में ब्लाक मेडिकल अधिकारी डा सतीश कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्होंने विभाग निदेशक को इस बारे में दो बार अवगत करवाया है। पर फिलहाल कोई डाक्टर उपलब्ध नहीं हो पाया है।