पांच दिन से लापता किशोर का एसिड से जला शव मिलने पर फूटा गुस्सा
पांच दिन से लापता बचे का शव बरामद हत्या
जागरण संवाददाता, जम्मू: ओल्ड सतवारी इलाके से पांच दिन से लापता 14 वर्षीय बच्चे का शव उसके घर से कुछ दूर एक प्लाट से बरामद हुआ। एसिड फेंके जाने से बच्चे का शव जल गया है। उसका चेहरा इतना जल गया है कि उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा था। जैसे ही बच्चे की मौत की खबर उसके इलाके में पहुंची तो स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बच्चे के पड़ोस में रहने वाले परिवार के सदस्यों पर हमला कर दिया। किसी तरह पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर उग्र हुए लोगों को शांत किया। परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चे को जिस दिन पड़ोस में रहने वाले एक लड़के ने फोन कर अपने घर बुलाया था, उसी दिन से वह लापता था। उस लड़के से पुलिस बीते दो दिन से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक गत वीरवार को सुबह नौ बजे ओल्ड सतवारी में रहने वाला नौवीं कक्षा के छात्र रितिक कुमार को फोन आया था, जिसके बाद वह अपने घर से गया था। दोपहर में तीन बजे तक रितिक जब घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। चट्ठा पुलिस चौकी में रितिक के पिता पवन कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई। रितिक नाबालिग था, इसलिए सतवारी पुलिस थाने में उसके अपहरण का मामला दर्ज किया गया। चार दिन तक रितिक की तलाश जारी रही। स्थानीय लोगों के दबाव में कुछ राजनेता रितिक के घर भी आए और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामले को लाया। इसके चलते रितिक के लापता होने के पांच दिन बाद डॉग स्क्वाड को रितिक की तलाश के लिए बुलाया गया। डॉग स्क्वाड को रितिक के जूते, कपड़े व अन्य सामान को सुंघाया गया। इसके बाद डॉग स्क्वाड रितिक को खोजते हुए उस प्लाट तक पहुंच गया, जहां रितिक का शव पड़ा हुआ था। रितिक के परिजनों का आरोप है कि उसकी पहचान को छुपाने के लिए हत्यारे ने उसके चेहरे पर एसिड फेंक दिया था। रितिक का शव भी बुरी तरह से जला हुआ मिला है।
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पुलिस के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी
रितिक की मौत की खबर जैसे ही ओल्ड सतवारी इलाके में पहुंची तो लोग सड़क पर उतर गए। लोगों में पुलिस विभाग के प्रति भी भारी गुस्सा था। गुस्साए लोगों ने पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी करनी शुरू कर दी। रितिक के पड़ोसी संजय चौधरी ने साजिश के तहत रितिक की हत्या होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने पहले ही दिन डॉग स्क्वॉड उपलब्ध करवा दिया होता तो शायद रितिक आज जीवित होता।
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आनलाइन गेम में शर्त हारने पर दोस्त को चुकाने थे पैसे
स्थानीय लोगों के अनुसार प्रवासी श्रमिक के बेटे सुनील ने रितिक को मोबाइल फोन पर आनलाइन गेम खेलने की आदत डाल दी थी। गेम खेलने के दौरान किशोर आपस में शर्त लगाते थे। गेम में हारने पर रितिक को सुनील को रुपये देने थे। इस बात पर सुनील उसे परेशान कर रहा था। ---
कपड़े और चप्पल से हुई पहचान
रितिक की पहचान को छुपाने के लिए हत्यारोपी ने उसके चेहरे पर एसिड फेंका था, जिससे उसका चेहरा बुरी तरह से जल गया था। परिजनों ने उसके कपड़ों और चप्पल से शव की पहचान की। रितिक के पिता पवन कुमार ने बताया कि आनलाइन पढ़ाई करने के लिए रितिक के कहने पर उसके दादा ने नया फोन लेकर दिया था। रितिक दो बहनों का अकेला भाई था। उसकी मौत से पूरा परिवार टूट गया है। ------
एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
एसपी सिटी साउथ दीपक ढींगरा ने बताया कि पुलिस ने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया था। किन परिस्थितियों में बच्चे की मौत हुई है, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा। इस मामले में कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जल्द ही मामले को हल कर लिया जाएगा।