नए भू स्वामित्व कानून लागू करने पर जम्मू कश्मीर में मचा बवाल
--पीडीपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने की कोशिश की जागरण्
--पीडीपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने की कोशिश की, जागरण संवाददाता, जम्मू : केंद्र सरकार की तरफ से जम्मू कश्मीर में लागू किए गए भू स्वामित्व अधिनियम के विरोध में बुधवार को पीडीपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने गांधीनगर में जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर यातायात अवरुद्ध करने की कोशिश की। पीडीपी कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए नए भूमि कानूनों को काला कानून बताते हुए उसे वापस लेने के हक में नारेबाजी की।
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पीडीपी के महासचिव सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा लोगों को तिरंगे के नाम पर बरगला रही है। तिरंगा पीडीपी कार्यकर्ताओं के दिल में हैं। तिरंगे से उनकी शान है। हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर पीडीपी तिरंगा फहराती है। भाजपा जानबूझ कर तिरंगे के अपमान का मुद्दा उठाकर लोगों के जज्बात के साथ खेल रही है। उन्होंने कहा कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। पीडीपी की मुखिया ने कहा था कि रियासत के झंडे को रौंद कर भाजपा ने हमारा विशेष दर्जा छीना है। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा भारत के संविधान ने ही दिया था।
भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। अनुच्छेद 370 को हटाते समय भाजपा ने यह कहा था कि जम्मू कश्मीर में डोमिसाइल लागू किया जा रहा है, जिसके तहत बाहर से आकर कोई भी हमारी नौकरियों और जमीन को खरीद नहीं सकेगा, लेकिन भाजपा ने इससे उलट किया। नया भूमि कानून लागू होने के बाद जम्मू कश्मीर में अब किसी भी राज्य का नागरिक यहां जमीन खरीद सकेगा। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा जम्मू के लोगों को भुगतना पड़ेगा। दूसरे राज्यों से यहां लोगों के बसने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर और सीमित हो जाएंगे। देश के अन्य राज्य आपस में मिलते हैं, वहां के युवा पड़ोसी राज्यों में जा कर रोजगार हासिल कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर देश का एक छोर हैं। हमारे आगे पाकिस्तान और चीन लगता हैं, जम्मू कश्मीर के युवा रोजगार लेने के लिए क्या पाकिस्तान जाएंगे। इसलिए केंद्र की मोदी सरकार नए भूमि कानून को जल्द वापस ले। ऐसा नहीं होने पर स्थानीय लोगों के साथ पीडीपी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।