जम्मू की आवाज बन देशविरोधी एजेंडे को काउंटर करेगी भाजपा, 370 बहाली-पाकिस्तान का पक्ष रखने वालों को देगी टक्कर
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविन्द्र रैना ने पीपुल्स अलायंस फार गुपकार डेक्लेरेशन के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए राजी होने का स्वागत किया। एक भारत श्रेष्ठ भारत के साथ जम्मू कश्मीर में शांति विकास के लिए सबका एकजुट हाेना जरूरी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । प्रदेश भारतीय जनता पार्टी 24 जून को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक में जम्मू व प्रदेश के राष्ट्रवादी लोगों की आवाज बनकर 370 की बहाली व पाकिस्तान से बातचीत की पैरवी करने वालों को कड़ी टक्कर देगी।पार्टी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से सख्ती से निपटने का मुद्दा उठाने के साथ इस पर भी जोर देगी कि पाकिस्तान से बातचीत तभी की जाए जब वह आतंकवादी कैंप बंद कर हिंसा को शह देना बंद कर दे।
कश्मीर केंद्रित दलों, पीपुल्स अलायंस फार गुपकार डेक्लेशन के पाकिस्तान, अलगाववादियों या हुर्रियत से बातचीत की मांग उठाने की स्थिति में इसका विरोध किया जाएगा। बैठक में प्रदेश भाजपा का प्रतिनिधित्व करने जा रहे रविन्द्र रैना, पूर्व उपमुख्यमंत्री डा निर्मल सिंह व कविन्द्र गुप्ता जम्मू कश्मीर में जल्द विधानसभा सीटों का परिसीमन करवार कर विधानसभा चुनाव करवाने की मांग भी उठाएंगे।
यह रणनीति मंगलवार दोपहर को जम्मू में भाजपा मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना की अध्यक्षता वाली पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में बनी। वरिष्ठ नेताओं की इस बैठक में इन मुद्दों के साथ सर्वदलीय बैठक का निमंत्रण आने के बाद कश्मीर के राजनीतिक हालात व जम्मू की जरूरतों जैसे मुद्दे भी चर्चा में आए। बैठक में रविन्द्र रैना के साथ सांसद जुगल किशोर शर्मा, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शमशेर सिंह मन्हास, सत शर्मा, अशोक कौल, सुनील सेठी, आरएस पठानिया, ठाकुर नारायण सिंह, प्रिया सेठी व अभिनव शर्मा ने भी हिस्सा लिया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए रविन्द्र रैना ने पीपुल्स अलायंस फार गुपकार डेक्लेरेशन के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए राजी होने का स्वागत किया। उन्हाेंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के साथ जम्मू कश्मीर में शांति, विकास के लिए सबका एकजुट हाेना जरूरी। पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती के पाकिस्तान से बातचीत की पैरवी करने पर रैना ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद व बातचीत साथ साथ नही चल सकते हैं।
बातचीत के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद व आतंकी शिविर बंद करने होंगे नही तो उसे उसकी भाषा में ही समझाया जाएगा। अनुच्छेद 370 इतिहास बन गई है व कश्मीर के नेताओं को यह ख्वाब देखना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठक में देश के खिलाफ बोलने वालों को बर्दाश्त नही किया जाएगा। जम्मू कश्मीर देश का अटूट अंग है व पाकिस्तान से कोई विवाद है तो वह उसके कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के हिस्से को वापस लेना है।रैना ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर के विकास को तेजी देने के साथ प्रदेश में कई इतिहास रखे हैं। अब प्रदेश की बेहतरी के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाना एक सराहनीय कदम है।