Srinagar Municipal Corporation: अविश्वास मत से पहले किलेबंदी मजबूत करने में जुटी भाजपा
श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू को स्वास्थ्य के आधार पर सितंबर में रिहा किया था और इस समय वह इलाज के सिलसिले में मुंबई में हैं। सज्जाद व शेख इमरान एमएलए हॉस्टल जेल में बंद हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। श्रीनगर नगर निगम (एसएमसी) के मौजूदा मेयर जुनैद अजीम मट्टू और डिप्टी मेयर शेख इमरान के खिलाफ अविश्वास मत लाने से पहले प्रदेश भाजपा अपनी किलेबंदी को पूरी तरह मजबूत करने में जुट गई है। अंतिम समय में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुनील शर्मा श्रीनगर पहुंचेparty, जहां उन्होंने पार्टी नेताओं के अलावा गैर भाजपा दलों के कुछ कॉरपोरेटरों के साथ बैठक भी की।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में श्रीनगर भाजपा इकाई के प्रधान आरिफ राजा व अन्य नेताओं ने भाग लिया। इसमें एसएमसी की गतिविधियों से लेकर कश्मीर के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई है। बैठक में एसएमसी के मौजूद मेयर व डिप्टी मेयर को हटाने की कथित कवायद पर भी विस्तार से विचार विमर्श हुआ। बताया जा रहा है कि भाजपा के स्थानीय नेताओं ने दावा किया है कि उनके पास 35 पार्षदों का समर्थन है। इनमें से करीब एक दर्जन ने कथित तौर पर सुनील शर्मा से भी मुलाकात की और यकीन दिलाया है कि वह भाजपा का साथ देने को तैयार हैं।
मेयर इलाज के लिए मुंबई व डिप्टी मेयर जेल में बंद हैं : श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू और डिप्टी मेयर शेख इमरान दोनों का संबंध पीपुल्स कांफ्रेंस से है। शेख इमरान ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और वह कांग्रेस के सहयोग से डिप्टी मेयर बने हैं। उन्होंने मेयर पद के लिए भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। वह इसी साल पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल हुए हैं। जुनैद मट्टू को श्रीनगर का मेयर बनाने में भाजपा का पूरा साथ रहा है, लेकिन पांच अगस्त 2019 के बाद से भाजपा और पीपुल्स कांफ्रेंस के रिश्तों में बहुत बदलाव आया है। सज्जाद गनी लोन, जुनैद और शेख इमरान पांच अगस्त से एहतियातन हिरासत में हैं। जुनैद मट्टू को स्वास्थ्य के आधार पर सितंबर में रिहा किया था और इस समय वह इलाज के सिलसिले में मुंबई में हैं। सज्जाद व शेख इमरान एमएलए हॉस्टल जेल में बंद हैं।
मिशन पूरा करने में जुटे अशोक: जुनैन मट्टू और शेख इमरान ने श्रीनगर नगर निगम की किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया है। इसका फायदा भाजपा को मिला। भाजपा की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता श्रीनगर में लगातार पीपुल्स कांफ्रेंस, नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और निर्दलीय कॉरपोरेटरों के साथ लगातार बैठकों में जुटे हुए हैं, ताकि मेयर जुनैद मट्टू व डिप्टी मेयर शेख इमरान के खिलाफ अविश्वास मत लाया जा सके। भाजपा के प्रदेश महासचिव अशोक कौल इस मिशन को पूरी गंभीरता के साथ अंजाम देने में जुटे हैं। अपनी कुर्सी बचाने के लिए जुनैद ने कथित तौर पर भाजपा नेता जेपी नड्डा से भी संपर्क किया है।
एक-दो दिन आप इंतजार करें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी: भाजपा के श्रीनगर प्रधान आरिफ राजा ने कहा कि अभी बहुत कुछ चल रहा है। यहां मेयर व डिप्टी मेयर के न होने से लोगों के काम रुके हुए हैं। कॉरपोरेटर भी परेशान हैं। कुछ लोगों ने हमारे साथ बदलाव के लिए संपर्क किया है। अगले एक दो दिन आप इंतजार करें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। यहां पीडीपी, नेकां, पीपुल्स कांफ्रेंस के कई कॉरपोरेटर हमारे साथ संपर्क में हैं।
गिरे नहीं अविश्वासमत: पूर्व मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि वह मौजूद मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ तभी अविश्वास मत लाएं, जब उनके पास पर्याप्त संख्या में कॉरपोरेटर का समर्थ स्पष्ट हो। अंतिम समय में अगर कोई कारपोरेटर पीछे हटते हैं और अविश्वासमत गिरता है तो उससे संगठन की साख प्रभावित होगी। भाजपा का साथ देने को तैयार सभी कारपोरेटर वीरवार को बैठक में हों।
आंकडों का गणित: श्रीनगर निगम में 70 कॉरपोरेटर हैं, जिनमें भाजपा के चार हैं। कांग्रेस के सबसे ज्यादा 17, पीपुल्स कांफ्रेंस के 15, नेशनल कांफ्रेंस के 11 और 23 निर्दलीय हैं। भाजपा ईदगाह से कॉरपोरेटर चुने गए आरिफ को मेयर व नजीर को डिप्टी मेयर बनाना चाहती है।