बैट की दहशत ने किसानों की नींद उड़ाई
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : अंतरराष्ट्रीय सीमा पार पाकिस्तान में सक्रिय बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : अंतरराष्ट्रीय सीमा पार पाकिस्तान में सक्रिय बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की हरकतों से सीमांत क्षेत्रों के किसान सकते में हैं।
किसानों को डर सता रहा है कि जिस तरह अग्रिम सीमांत क्षेत्रों में सक्रिय बैट के सदस्यों ने शहीद बीएसएफ जवान के शव से बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया है, उसी तरह किसानों को भी निशाना बना सकते हैं। सरहद पार बैट की मौजूदगी उन किसानों के लिए ¨चता का कारण बन रही है, जिनकी खेतीबाड़ी आइबी के साथ लगती है। हर समय सीमांत किसानों का अपने खेतों की तरफ आना जाना लगा रहता है। ऐसे में अगर कहीं घात लगाकर बैठे बैट के सदस्यों ने किसानों पर हमला कर दिया तो उन्हें जान बचाना मुश्किल हो जाएगा।
सीमांत किसान जनक ¨सह, बलदेव राज, ओम प्रकाश, तारा चंद, शाम लाल, जो¨गद्र कुमार, शशि कुमार, सूरज कुमार, दर्शन लाल, राम लाल व बिशन दास ने बताया कि आइबी पर बैट की सक्रियता के सुबूत सामने आते थे। वर्तमान में आइबी पर बैट का सक्रिय होना आम लोगों के लिए खतरे का फरमान है। किसानों ने कहा कि आरएसपुरा से कठुआ तक आइबी के नजदीक हजारों एकड़ रकवा सरहद से लगता है। हर सीजन में किसान दिन-रात अग्रिम खेतों में काम करने को मजबूर होते हैं। ऐसे में कहीं आइबी के नजदीक मासूम किसान बैट के शिकार बनने लगे तो हर तरफ दहशत का माहौल होगा। वहीं, सरहद के उस पार उगे सरकंडों व झाड़ियों में बैट दलों का घात लगाकर बैठे रहने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार को सीमा व किसानों की सुरक्षा को यकीनी बनाने पर बल देना चाहिए। सीमा प्रहरी तो बैट का किसी तरह मुकाबला कर लेंगे, लेकिन निहत्थे किसान उनका कैसे मुकाबला कर सकेंगे। आइबी पर तीन दिन से सक्रिय बैट के सदस्यों की दहशत के चर्चे हर तरफ हो रहे हैं।