चैत्र नवरात्र में झाडू थामने वाले पूर्व विधायक मनकोटिया शारदीय नवरात्र पर थाम सकते हैं कमल का फूल
आज शाम तक इस पर अंतिम फैसला हो जाएगा लेकिन वह आज उनकी भाजपा में ज्वाइन नहीं होगी। यह भी आज देर शाम तक ही तय हो सकता है कि वह गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर दौरे के दौरान भाजपा में शामिल होंगे या दिल्ली जाकर।
ऊधमपुर, अमित माही : पैंथर्स पार्टी से अलग होने के बाद चैत्र नवरात्र में पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने आम आदमी पार्टी की टोपी पहन कर हाथों में झाड़ू थामा था। अब शारदीय नवरात्र पर वह कमल का फूल थामने जा रहे हैं। आज शाम तक इस पर अंतिम फैसला हो जाएगा, लेकिन वह आज उनकी भाजपा में ज्वाइन नहीं होगी। यह भी आज देर शाम तक ही तय हो सकता है कि वह गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर दौरे के दौरान भाजपा में शामिल होंगे या दिल्ली जाकर।
दरअसल, एक पखवाड़ा पहले मनकोटिया के भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं होने लगीं। इसी बीच मनकोटिया पर पार्टी विरोधी गतिविधियां करने का आरोप लगा आम आदमी पार्टी ने उनको प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। उसके बाद जल्द ही उनके किसी दल में शामिल होने की संभावनाएं जताई जा रही थी, जिसमें से भाजपा में शामिल होने की संभावना सबसे ज्यादा थी। इस बीच मनकोटिया खुद भी भाजपा, आजाद की पार्टी या पैंथर्स पार्टी में जाने पर विचार करने की बात कहते रहे।
अब चर्चाएं है मनकोटिया भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। इसके लिए वह दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करने पहुंच चुके हैं। जल्द ही मनकोटिया के भाजपा में शामिल होने की खबर आ सकती है। कहा जा रहा है बैठकों के दौर के बाद आज शाम ही या अगले एक दो दिनों में दिल्ली में वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि पहले मनकोटिया को जम्मू दौरे पर आ रहे अमित शाह के समक्ष पार्टी में शामिल होना था। मगर शाह का दौरा टलने की वजह से मनकोटिया दिल्ली में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि मनकोटिया ने कहा कि फिलहाल आज ऐसा कुछ नहीं हो रहा।
सियासी संग्राम तेज होेना तय : यह भी देखना दिलचस्प होगा कि मनकोटिया के भाजपा में शामिल होने के बाद विधानसभा सीटों का बंटवारा किस तरह होता है। क्योंकि मनकोटिया के भाजपा में आने से सियासी संग्राम तेज होने की भी पूरी संभावनाएं हैं। क्योंकि पूर्व विधायक पवन गुप्ता का पहले से ही एक विरोधी धड़ा मौजूद है। ऐसे में यह भी देखना खास होगा कि पार्टी जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए कुछ कदम उठाती है या फिर यह सियासी संग्राम किसी एक या पूरी पार्टी पर ही भारी पड़ता है।
डेढ़ वर्ष पूर्व पैंथर्स अलग हुए थे मनकोटिया : बता दें पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने अंतरकलह के चलते करीब डेढ़ वर्ष वहले खुद को जम्मू कश्मीर पैंथर्स पार्टी से अलग कर लिया था। इसकी जानकारी उन्होंने खुद इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो जारी कर दी थी। इसके बाद उन्होंने हर बार की तरह मासिक बैठक की और आगे का फैसला प्रदेश में कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच जाकर उनकी राय से लेने का एलान किया। तब तक के लिए अपने गैरसामाजिक संगठन डोगरा क्रांति दल के बैनर तले गैर राजनीतिक तौर पर गतिविधियां जारी रखने का एलान किया। इसके बाद मनकोटिया ने अपनी गतिविधियां डोगरा क्रांति दल के बैनर तले ही जारी भी रखी।
हर्षदेव के आप में आने के बाद मनकोटिया हो गए थे शांत : इसी वर्ष चैत्र नवरात्र में आठ अप्रैल को मनकोटिया ने आम दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दामन थामा लिया। लौटने के बाद से मनकोटिया ने आप के बैनर तले गतिविधियां शुरू की थी। इसी बीच पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव ने भी पैंथर्स पार्टी छोड़ आप का दामन थाम लिया, जिसके बाद मनकोटिया ने न तो कभी आप के बैनर तले कोई कार्यक्रम ही किया और न ही कभी टोपी पहनी। आप से जुड़ने के बावजूद आप के नाम से गतिविधियां न होने से काफी समय से मनकोटिया के किसी अन्य दल में जाने की संभावनाएं जताई जाने लगी।