बाहु फोर्ट से महामाया मंदिर तक केबल कार 'अनलॉक'
पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टि से महत्वाकांक्षी केबल कार परियोजना के पहले चरण का उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने सोमवार को उद्घाटन किया।
जागरण संवाददाता, जम्मू : पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टि से महत्वाकांक्षी केबल कार परियोजना के पहले चरण का उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने सोमवार को उद्घाटन किया। कोरोना संक्रमण के चलते इसे पहली अगस्त को लोगों के खोला जाएगा। फिलहाल, सैलानी केबल कार परियोजना के पहले चरण, बाहु फोर्ट से महामाया मंदिर के बीच के सफर का ही मजा ले सकेंगे। परियोजना के दूसरे चरण पीरखोह से महामाया मंदिर को बाद में खोला जाएगा। ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि गर्मी की छुट्टियों में स्थानीय पर्यटकों को लुभाने के लिए यह केबल कार परियोजना काफी सार्थक रहेगी। 1-15 अगस्त तक केबल कार से सैलानी मुफ्त सफर कर सकेंगे। 16-31 अगस्त के बीच 100 रुपये किराया होगा। इसके बाद किराये पर सरकार पुनर्विचार करेगी।
केबल कार परियोजना तवी नदी के उपर से गुजरेगी तो यह नजारा देखने लायक होगा। इसके एक तरफ बाहु फोर्ट किला और दूसरी ओर तवी किनारे बसा पुराने जम्मू शहर का नजारा लोगों को आकर्षित करेगा। पहले चरण में केबल कार महामाया से बाहू फार्ट तक 4.74 मीटर का एरियल सफर तय करेगी। इसमें आठ केबिन लगाए गए हैं। केबल कार चलने से बाहू किले में मां दुर्गा और महामाया मंदिर में मां भगवती का दर्शन आसान हो जाएगा। दूसरे चरण में पीरखोह से महामाया मंदिर के बीच 1137 मीटर के एरियल सफर के लिए केबल कार के 14 केबिन होंगे। इस मौके पर उपराज्यपाल की पत्नी स्मिता मुर्मू, मेयर चंद्रमोहन गुप्ता, डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा, पर्यटन निदेशक राजकुमार कटोच, केबल कार के एमडी गगन ज्योति द्राबू भी मौजूद थे। उद्घाटन के बाद उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने पत्नी स्मिता मुर्मू के साथ केबल कार में सैर भी की।
1.6 किलोमीटर लंबे केबल कार प्रोजेक्ट में बने हैं तीन टर्मिनल
करीब 1.6 किलोमीटर लंबे केबल कार प्रोजेक्ट में तीन टर्मिनल बने हैं। पहला टर्मिनल पीरखोह, दूसरा महामाया पार्क और तीसरा बाहुफोर्ट में बनाया गया है। हर केबिन में छह लोग बैठ सकते हैं। केबल कार से प्रति घंटा 400 लोगों को पहुंचाया जा सकेगा। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए 122 वाहनों को खड़ा करने की क्षमता वाली पार्किंग भी बनाई गई है। बाहुफोर्ट में एक विश्व स्तरीय यूरोपियन स्टाइल का रेस्तरां का अभी उद्घाटन होना बाकी है। यहां से तवी नदी व पुराने शहर का अद्भुत नजारा दिखता है।
दुर्घटना के बाद डेढ़ साल तक लटका रहा उद्घाटन
परियोजना के शुरू होने से स्थानीय लोगों का इंतजार अब खत्म हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीते वर्ष तीन फरवरी को इस परियोजना का उद्घाटन करना था, लेकिन 20 जनवरी को मॉक ड्रिल के दौरान मजदूरों से लदी एक ट्रॉली की रॉड टूट गई थी, जिसमें दो श्रमिकों की मौत हो गई थी, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद मामले की जांच के चलते परियोजना निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाई। जम्मू तवी के प्राकृतिक नजारों का उठाएं लुत्फ: मेयर
केबल कार परियोजना के पहले चरण के उद्घाटन के मौके पर मेयर चंद्रमोहन गुप्ता का कहना है कि हमारी कोशिश है कि गर्मी की छुट्टियों में अधिक से अधिक सैलानी जम्मू आएं और केबल कार के जरिए जम्मू तवी नदी के प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाएं। यहां आने वाले सैलानियों के लिए शेल्टर वाले बेंच लगाए गए हैं। हैगिग वाले गमले लगाते हुए इलाके की खूबसूरती बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा रास्तों को भी सजाया गया है, जिससे पर्यटक अच्छा संदेश लेकर लौटें।
वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने रखा था नींव पत्थर
वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू वासियों को पीरखोह से महामाया व महामाया से बाहुफोर्ट तक केबल कार चलाने का हसीन सपना दिखाया था। कई अड़चनों को पार कर करीब एक दशक बाद राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के 24 फरवरी 2014 को इसका नींव पत्थर रखा। केबल कार कॉरपोरेशन ने कोलकाता की दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रा लिमिटेड कंपनी को टेंडर अलाट किया, जिसने अनंतनाग की फैच कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंपा। केबल कार के केबिन तुर्की की कंपनी एसटीएम टेलीफेरिक कंपनी ने तैयार किया है। इस परियोजना से करीब 100 लोगों को रोजगार मिलेगा।