जम्मू के कलाकारों ने बनाई है बालीवुड में खास पहचान, देश का भी गाैरव बढ़ाया
बड़ा पर्दा के अलावा वेब सीरीज और राष्ट्रीय चैनलों से प्रसारित धारावाहिकों के चलते भी जम्मू के कलाकारों को अपनी खास पहचान बनाने में कामयाबी मिली है। खासकर जम्मू-कश्मीर की नई फिल्म नीति के बाद तो वे कलाकार भी उत्साहित हैं
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के कलाकार, निर्माता, निर्देशक किसी न किसी तरह बालीवुड में जम्मू की मजबूत उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं। कई ऐसे भी हैं, जिनके कारण बालीवुड भी गौरवान्वित महसूस करता है, जिनमें विख्यात सिने स्टार केएल सहगल, संतूरवादक पंडित शिव कुमार शर्मा, निर्माता निर्देशक रामानंद सागर, अल्ला रक्खा खान, जाकिर हुसैन, सिने स्टार विद्युत जम्वाल, मुकेश ऋषि, मुश्ताक काक आदि शामिल हैं। इन्होंने फिल्म उद्योग में जम्मू का ही नहीं देश का भी गौरव बढ़ाया है।
बड़ा पर्दा के अलावा वेब सीरीज और राष्ट्रीय चैनलों से प्रसारित धारावाहिकों के चलते भी जम्मू के कलाकारों को अपनी खास पहचान बनाने में कामयाबी मिली है। खासकर जम्मू-कश्मीर की नई फिल्म नीति के बाद तो वे कलाकार भी उत्साहित हैं, जिन्होंने फिल्मों में जाने का कभी सपना तो देखा था, लेकिन उन्हें मुंबई की चकाचौंध में खो जाने का डर था। उन्हें यही डर सताता था कि क्या मुंबई में वह कुछ दिन टिक पाएंगे या बेसहारा वह कैसे फिल्मी दुनिया में कदम रख पाएंगे? लेकिन नई जम्मू-कश्मीर फिल्म नीति और ओटीपी के चलते क्षेत्रीय कलाकारों को जिस तरह से मौके मिलने लगे हैं, उसके चलते अब जम्मू के कलाकारों के हौसले और भी बुलंद हैं।
जम्मू-कश्मीर फिल्म नीति आने के बाद जब वेब सीरीज महारानी की शूटिंग जम्मू में हुई तो सौ से ज्यादा कलाकारों को मौका मिला। सुभाष जम्वाल को मिली भूमिका के बारे में वह कहते हैं कि डोगरी फिल्में तो उन्होंने काफी की हैं, लेकिन इस कास्ट के साथ काम करने से काफी कुछ नया सीखने को मिला है। इस शूटिंग के बाद कलाकार काफी प्रोत्साहित दिखे। हाल ही में विद्युत जम्वाल जब जम्मू आए तो उन्होंने कहा कि आज संभावनाओं की कोई कमी नहीं है। जम्मू के कलाकारों में प्रतिभा की भी कोई कमी नहीं है। लड़के काफी अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं से भी कहा कि वह काम करने में विश्वास करें तो काम की कोई कमी नहीं है।
जम्मू में बेशक संभावनाएं कम हैं, लेकिन अगर फिर से शूटिंग के पुराने दिन लौटेंगे तो जम्मू वालों के पास काम की कोई कमी नहीं होगी। वहीं मुकेश ऋषि भी पिछले दिनों जेकेपीओके के एक कार्यक्रम जब महिला कालेज गांधीनगर में पहुंचे तो उन्होंने यही आश्वासन दिया कि जम्मू का कोई भी कलाकार जब उन तक पहुंचता है तो वह उसकी मदद में कोई कसर नहीं छोड़ते। हां, प्रतिभा साबित करने के लिए संघर्ष तो करना ही पड़ता है। उन्होंने कहा कि कलाकारों के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।अब तो वेव सीरीज में भी कलाकारों को काफी मौके मिल रहे हैं।