Positive India : जम्मू कश्मीर में कोरोना के खिलाफ सेना का 'ऑपरेशन नमस्ते'
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सेना ने कश्मीर घाटी में ऑपरेशन नमस्ते कोविड-19 शुरू किया है। इसके तहत वादी के विभिन्न इलाकों में जरूरतमंदों की मदद की जाएगी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए भारतीय सेना का ऑपरेशन नमस्ते कोविड-19 कश्मीर के लोगों के लिए वरदान साबित होगा। इसके तहत लोगों को उपचार और अन्य मदद मिलेगी। सेना की इस पहल में एक स्पष्ट संदेश भी है। यानी, कोरोना को हराना है तो शारीरिक दूरी बनाए रखें। हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते करें। वायरस को हराने के ये दोनों मंत्र अचूक रामबाण हैं।
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सेना ने कश्मीर घाटी में ऑपरेशन नमस्ते कोविड-19 शुरू किया है। इसके तहत वादी के विभिन्न इलाकों में जरूरतमंदों की मदद तो की ही जाएगी, साथ ही कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए एक सर्वसुविधा संपन्न कोविड अस्पताल व स्वास्थ्य सुविधा केंद्र भी स्थापित किया गया है। ओल्ड एयरफील्ड सैन्य क्षेत्र रंगरेथ में स्थापित 250 बिस्तरों की क्षमता वाले इस अस्पताल में कोविड-19 से निपटने के लिए लेवल-1 और लेवल-2 की सभी सुविधाएं हैं। यह अस्पताल सेना की चिनार कोर ने नागरिक प्रशासन के समन्वय में ही तैयार किया है। चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू, मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग के पोले और मेजर जनरल राजू चौहान ने शनिवार को इसका उद्घाटन किया। महिला मरीजों के लिए 80 बिस्तरों की क्षमता भी अलग से रखी है।
समन्वय का प्रतीक अस्पताल
सेना की उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी शनिवार को सेना के कोविड अस्पताल में पहुंचे और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने रिकार्ड समय में कोविड-19 स्वास्थ्य केंद्र तैयार करने पर सराहना की। यह जवान और अवाम के बीच आपसी सहयोग-समन्वय और सौहार्द का प्रतीक है।
अस्पताल 15 दिन में तैयार
चिनार कोर ने ओल्ड एयरफील्ड रंगरेथ स्थित बहुमंजिला इमारत को कोविड-19 अस्पताल बनाया है। इसकी तीन मंजिलों को कोविड-19 के संक्रमितों के उपचार के लिए दक्षिण, उत्तर और केंद्रीय विंग के रूप में बांटा है। केंद्र में ऑक्सीजन, एक्सरे और लैब की सुविधा है। इस अस्पताल में 14 बिस्तरों की आइसीयू और 32 बिस्तरों की हाई डिपेंडेंसी यूनिट है।